मिजोरम में जिलेटिन की 3,000 किलोग्राम छड़ें और 100 किलोग्राम गोला बारूद बरामद, हिरासत में 4 लोग
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आइजोल: मिजोरम के आइजोल जिले में असम राइफल्स (Assam Rifles) ने रविवार को पिछले कुछ सालों में हथियारों और गोला बारूद का सबसे बड़ा जखीरा बरामद किया. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि जिलेटिन की 3000 किलोग्राम छड़ें भी बरामद की गई हैं. उन्होंने बरामदगी की पुष्टि करते हुए बताया कि इस सिलसिले में 4 लोगों को हिरासत में लिया गया है.
उन्होंने बताया कि एक गुप्त सूचना पर कार्रवाई करते हुए सुरक्षा बलों की एक टीम ने आइजोल शहर से लगभग 19 किलोमीटर दक्षिण में केल्सिह गांव के पास दो वाहनों को रोका और इन वाहनों से हथियारों और गोला-बारूद का जखीरा बरामद किया गया.
अधिकारी ने बताया कि जब्त किए गए हथियारों और गोला-बारूद में तीन बंदूक, पांच राइफल, जिलेटिन की 3,000 किलोग्राम छड़ें और 100 किलोग्राम बारूद शामिल हैं. उन्होंने कहा कि दो वाहनों को भी जब्त कर लिया गया है. उन्होंने बताया कि पकड़े गये लोगों से पूछताछ की जा रही है.
उधर देश के कई राज्यों में माओवाद का नेटवर्क फैलाने के सिलसिले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने असम के कामरूप जिले में दो स्थानों पर छापेमारी की है. प्रतिबंधित चरमपंथी संस्था भाकपा (माओवादी) की केंद्रीय समिति के सदस्य अरुण कुमार भट्टाचार्जी और असम राज्य आयोजन समिति के सदस्य आकाश ओरंग
बता दें कि पिछले साल नंवबर में मणिपुर में उग्रवादी संगठनों ने असम राइफल्स के काफिल पर बड़ा हमला किया था. इसमें कर्नल समेत कई कुछ जवान शहीद हो गए थे. यह मणिपुर के इतिहास का सबसे घातक आतंकी हमला बताया गया. इस संगठन में 4 हजार से अधिक लड़ाके जुड़े हुए है और मणिपुर को एक अलग देश बनाने की मांग करते हुए पिछले कई सालों से लड़ रहे हैं. यह संगठन अपनी ताकत दिखाने के लिए भारतीय सेना, अर्धसैनिक बलों और राज्य पुलिस के जवानों को अपना निशाना बनाता है और हमले की पूरी जिम्मेदारी लेता है.