स्वर कोकिला लता मंगेशकर के निधन पर पूर्वोत्तर के मुख्यमंत्रियों ने जताया दुःख
गायकी सुरों की देवी लता मंगेशकर आज अपनी आवाज को जिंदा कर दुसरी दुनिया में चली गई है।
गायकी सुरों की देवी लता मंगेशकर आज अपनी आवाज को जिंदा कर दुसरी दुनिया में चली गई है। इस दुख ने पूरे देश गमगीन कर दिया है। पूर्वत्तर भारत के राज्यों के कई मंत्रियों ने लता मंगेशकर के निधन पर शोक व्यक्त किया है।
मेघालय के मुख्यमंत्री कॉनराड संगमा (Conrad sangma) ने कहा कि " श्रीमती लता मंगेशकर जी की कोमल और सुन्दर मधुर वाणी सदैव विशिष्ट थी। उनके गीत न केवल मंत्रमुग्ध कर देने वाले थे बल्कि आत्मा को सुकून देने वाले थे। शांति प्रिय लता जी। आपकी आवाज हमेशा अमर रहेगी "।सिक्किम मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग (Prem singh tamang) ने दुख जताते हुए कहा कि "अनुभवी गायिका #लता मंगेशकर जी के 92 वर्ष की आयु में निधन के बारे में जानकर मुझे गहरा दुख हुआ है।
मैं उनके परिवार और दोस्तों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं और इस विशाल नुकसान के शोक में पूरे राष्ट्र के साथ शामिल होता हूं और प्रार्थना करता हूं कि उनकी आत्मा को शांति मिले "।
असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा (Himanta biswa sarma) ने वीडियो शेयर करते हुए कहा कि "लताजी हमारे दिल के बहुत करीब थीं और उन्होंने असम के लोगों के साथ एक बहुत ही खास रिश्ता साझा किया। भूपेन दा द्वारा असम की प्राकृतिक सुंदरता का वर्णन किए जाने के बाद उन्होंने अपनी आंखें बंद करके अपना पहला असमिया गीत 'जोनाकोर राती' गाया "।