Manipur के जिरीबाम जिले में आदिवासी गांव पर हमला, आठ घरों में आग लगाई गई
Manipur इंफाल : मणिपुर के जिरीबाम जिले में आदिवासी बहुल गांव पर हथियारबंद उग्रवादियों ने हमला कर कम से कम आठ घरों को जला दिया। पुलिस ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। इंफाल में एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि हथियारबंद गुरिल्लाओं ने गुरुवार रात जिरीबाम में हमार आदिवासी बहुल गांव जैरोन पर हमला किया और कम से कम आठ घरों में आग लगा दी।
उन्होंने बताया कि अचानक हुए हमले के दौरान बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग समेत ग्रामीण सुरक्षित स्थानों पर भागने में सफल रहे। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के नेतृत्व में सुरक्षा बल गांव पहुंचे और स्थिति को नियंत्रण में किया।
हालांकि, सुरक्षाकर्मियों के पहुंचने से पहले ही उग्रवादी भागने में सफल हो गए। मणिपुर में आदिवासियों के शीर्ष संगठन स्वदेशी आदिवासी नेताओं के मंच (आईटीएलएफ) ने दावा किया कि गोलीबारी करीब एक घंटे तक जारी रही और एक महिला जिंदा जल गई।
आईटीएलएफ ने आरोप लगाया, "हमले के दौरान दस से अधिक घरों में आग लगा दी गई। जैरोन के नगुरथानसांग हमार की पत्नी संगकिम नामक महिला अपने घर में लगी आग में जल गई। स्थानीय सूत्रों की रिपोर्ट के अनुसार उसके जले हुए शरीर के अवशेषों को बाद में उग्रवादियों ने टुकड़े-टुकड़े कर दिया।"
इस बीच, हाल ही में इसी जिले के नुंगखल इलाके में संदिग्ध उग्रवादियों ने दो खाली पड़े फार्महाउसों में भी आग लगा दी। असम से सटे मिश्रित आबादी वाले जिरीबाम जिले में इस साल हिंसा की कई घटनाएं हुई हैं, हालांकि पिछले साल मई से पूर्वोत्तर राज्य के कई अन्य जिलों में जातीय हिंसा भड़कने के बाद भी जिले में कुल मिलाकर स्थिति अपेक्षाकृत शांतिपूर्ण रही है।
मणिपुर में जातीय हिंसा भड़कने के सत्रह महीने बाद, गृह मंत्रालय ने अशांति का शांतिपूर्ण समाधान निकालने के प्रयास के तहत 15 अक्टूबर को दिल्ली में तीनों प्रमुख समुदायों - मैतेई, कुकी और नागा - के साथ पहली बैठक की। (आईएएनएस)