मणिपुर : 1 जून को चला कुंदन, ट्वीटर पर भी एक्शन नहीं, कुछ करो सरकार

Update: 2022-06-10 11:54 GMT

सातवीं का स्टूडेंट कुंदन कुमार 1 जून को मणिपुर के न्यू चेकऑन ट्रैफिक प्वॉइंट इंफाल ईस्ट जिले से निकला। लेकिन अभी तक बिहार के बेगूसराय स्थित घर नहीं पहुंच पाया है। इससे मां रामदुलारी देवी और पिता नरेश बार-बार बेहोश हैं और पूरे घर में कोहराम मचा हुआ है। घर वाले लगातार गुहार लगा रहे हैं कि किसी तरह कलेजे के टुकड़े को कोई सही-सलामत ला दे। उधर 2 जून को ही मणिपुर के ईस्ट इंफाल के पुरमपाट थाने में कंप्लेन दर्ज की गई। इसके बाद मणिपुर पुलिस मोबाइल सीडीआर और एसडीआर के आधार पर असम के गुवाहाटी स्थित लाल बाजार और भूतनाथ इलाके में छापेमारी की। इसके बाद भी कुंदन का कोई क्लू नहीं मिल पाया है। घर वाले डरे हुए हैं कि बच्चा कहीं मानव तस्करों के चंगुल में तो नहीं फंस गया है।

गुवाहाटी के बाद किशनगंज का लोकेशन

घर से निकलने से पहले कुंदन की जिस मोबाइल नंबर से बात हुई थी उसे ट्रैक करने पर उसका लास्ट लोकेशन किशनगंज जिले में बता रहा है। जहां किशनगंज के पहाड़काटा थाने की पुलिस जाकर छापेमारी कर चुकी है इसके बाद भी कुंदन का कुछ पता नहीं चल पाया है। कुंदन के चाचा मनोज बताते हैं कि पिछले 9 दिनों से कुंदन को ढूंढ़ रहे हैं। जैसे-जैसे समय बढ़ रहा है वैसे-वैसे अनहोनी की आशंका बढ़ती जा रही है। मणिपुर के साथ ही बिहार सरकार को भी कुंदन को ढूंढऩे में गंभीरता दिखानी चाहिए।
ट्वीटर पर भी एक्शन नहीं
उल्लेखनीय है कि मणिपुर, असम और बिहार के मुख्यमंत्री के ट्वीटर हैंडल पर भी कुंदन को खोजने की गुहार लगाई गई लेकिन अभी तक कोई एक्शन नहीं हुआ है। मां रामदुलारी देवी जब भी होश में आती हैं तो कुंदन-कुंदन बोलकर फिर बेहोश हो जाती हैं। दूसरी ओर 10 दिन बाद भी कोई क्लू नहीं मिलने से प्रशासन की कार्यशैली पर भी सवाल उठ रहे हैं। मणिपुर पुलिस अब किशनगंज जाकर तलाश करने की तैयारी में है। लेकिन समय बीतने के साथ ही फैमिली वालों का धैर्य टूट रहा है। वे सरकार से यही गुहार लगा रहे हैं कि कहीं से बेटे को सही-सलामत ला दें।Sponsore
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