मणिपुर : सरकार वाहनों को इलेक्ट्रिक वाहनों में बदलने की बनाई तगड़ी योजना, अब सड़कों पर दौड़ेंगे ई-रिक्शा
मणिपुर मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह की सरकार कार्बन उत्सर्जन और ध्वनि प्रदूषण को कम करने में मदद करने के लिए राज्य में अधिकांश ईंधन आधारित वाहनों को इलेक्ट्रिक वाहनों में बदलने की पहल कर रही है। बीरेन कांगला के पश्चिमी गेट पर आयोजित e-Rickshaw वर्कर्स यूनियन, मणिपुर के ध्वजारोहण समारोह में बोल रहे थे।
बीरेन ने कहा कि " पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन के प्रभाव के संबंध में इलेक्ट्रॉनिक वाहनों को जुटाने की जरूरत है। इस पहल से कार्बन उत्सर्जन, ध्वनि प्रदूषण को काफी हद तक कम करने में मदद मिलेगी। और इसी दृष्टि से सरकार ने ईंधन आधारित वाहनों को इलेक्ट्रिक वाहनों में बदलने का कदम उठाना शुरू कर दिया है।"
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन वाहनों के लिए उपयुक्त स्थानों पर तेल पंपों की तरह चार्जिंग प्वाइंट स्थापित किए जाएंगे। बीरेन ने आश्वासन दिया कि सरकार ई-रिक्शा श्रमिकों को हर संभव सहायता प्रदान करेगी और बैंकों से उन लोगों को ऋण प्रदान करने का भी अनुरोध करेगी जो e-Rickshaw सेवा शुरू करना चाहते हैं।
अपने संबोधन में, बीरेन ने व्यापक बाढ़ और भूस्खलन से प्रभावित असम और मेघालय के लोगों के प्रति भी अपनी एकजुटता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि मानवजनित कारकों के कारण वन और पर्यावरण का अत्यधिक क्षरण हो रहा है।
एक प्रभाव के रूप में, लोगों को अनियमित वर्षा, उच्च तापमान और प्रदूषण के परिणामों का सामना करना पड़ रहा है। सीएम ने कहा कि आने वाली पीढ़ियों के लिए सरकार ने पर्यावरण संरक्षण का आंदोलन शुरू किया है और लोगों को वन और पर्यावरण के संरक्षण के लिए जिम्मेदार होना चाहिए।