Imphal इंफाल। मणिपुर के जिरिबाम जिले में मंगलवार को सुबह दो बुजुर्गों के शव बरामद किए गए। पुलिस ने यह जानकारी दी। जिरीबाम जिले में एक दिन पहले संदिग्ध उग्रवादियों और सुरक्षा बलों के बीच मुठभेड़ हुई थी। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि लापता लोगों की तलाश के लिए शुरू किए गए अभियान के दौरान लैशराम बालेन और माईबाम केशो के शव जकुराधोर करोंग क्षेत्र में मलबे में पाए गए। इस स्थान पर सोमवार को संदिग्ध उग्रवादियों ने कुछ दुकानों में आग लगा दी थी।
उन्होंने बताया, ‘‘जुकुराधोर करोंग क्षेत्र में उग्रवादियों द्वारा कुछ दुकानों में आग लगाए जाने के बाद दो बुजुर्गों की मौत हो गई है।’’ पुलिस ने बताया कि पांच लोगों के लापता होने की सूचना मिलने के बाद उनकी खोज के लिए अभियान शुरू कर दिया गया है। अधिकारी ने बताया कि जिरिबाम जिला प्रशासन ने क्षेत्र में किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए निषेधाज्ञा लागू की है।
पुलिस के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि सुरक्षाकर्मियों के साथ मुठभेड़ में संदिग्ध उग्रवादियों के मारे जाने के विरोध में कुकी-जो बहुल पहाड़ी क्षेत्रों में मंगलवार को सुबह पांच बजे से ही ‘बंद’ आयोजित किया गया है। कुकी-जो काउंसिल ने गोलीबारी में मारे गए लोगों के प्रति सामूहिक दुख और एकजुटता व्यक्त करने के मकसद से मंगलवार को सुबह पांच बजे से शाम छह बजे तक राज्य के पहाड़ी क्षेत्रों में पूर्ण ‘बंद’ का आह्वान किया है।
सोमवार को सुरक्षा बलों के साथ हुई मुठभेड़ में 11 संदिग्ध उग्रवादी मारे गए थे। यह मुठभेड़ फौजी वर्दी पहने और अत्याधुनिक हथियारों से लैस उग्रवादियों द्वारा जिरिबाम जिले में एक पुलिस थाने तथा निकटवर्ती केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के शिविर पर अंधाधुंध गोलीबारी करने के बाद हुई।
एक अन्य अधिकारी ने बताया कि बोरोबेक्रा में भारी गोलीबारी के दौरान सीआरपीएफ के दो जवान भी घायल हो गए और उनमें से एक की हालत गंभीर है। उन्होंने बताया कि मंगलवार सुबह जिरिबाम में स्थिति शांत लेकिन तनावपूर्ण रही तथा पुलिसकर्मियों ने संवेदनशील स्थानों पर गश्त की।
राज्य पुलिस ने बताया कि घटना के बाद इंफाल घाटी में कई स्थानों से ताजा हिंसा की खबरें आईं, जहां दोनों पक्षों के सशस्त्र समूहों के बीच गोलीबारी हुई। एक अन्य अधिकारी ने बताया कि स्थानीय लोगों और सुरक्षा बलों ने आज सुबह इंफाल पश्चिम जिले के दो गांवों में कई मोर्टार गोले बरामद किए। अधिकारी ने बताया कि उग्रवादियों को खदेड़ने के लिए अभियान जारी है और असम राइफल्स, सीआरपीएफ की अतिरिक्त टीम को अशांत क्षेत्रों में तैनात किया गया है।