अभिषेक मनु सिंघवी ने पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मणिपुर की स्थिति बहुत ही चिंताजनक
अभिषेक मनु सिंघवी ने पार्टी मुख्यालय
कांग्रेस ने मणिपुर में जारी हिंसा पर गहरी चिंता व्यक्त करते मंगलवार को हुए एक सप्ताह से वहां जारी हिंसा के लिए केंद्र तथा राज्य सरकार को जिम्मेदार बताया और कहा कि जब मामला उच्चतम न्यायालय पहुंचा तो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार को अपनी भूमिका को लेकर वहां मुंह की खानी पड़ी है।कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने आज यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मणिपुर की स्थिति बहुत ही चिंताजनक हो गई है। राज्य चल रहे हालातों को अब नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। वहां भाजपा सरकार की नाकामी स्पष्ट रूप से सामने आई है और अब साफ हो गया है कि राज्य में कानून-व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है।
प्रवक्ता ने कहा कि यहां हालत कितनी खराब हैं इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने सोमवार को खुद कहा कि राज्य में हिंसा में 60 लोग मारे जा चुके हैं, 250 से ज्यादा घायल हैं, 1700 से 2000 बेघर हुए हैं और करीब 10000 लोगों को अपने आवासों को छोड़कर इधर-उधर भागना पड़ा है। उनका कहना था कि मुख्यमंत्री ने सरकारी आंकड़ा बताया है जबकि वास्तविक स्थिति भिन्न है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने इस मुद्दे को लेकर न्यायालय के सामने जो तथ्य पेश किए हैं उससे साफ है की भाजपा सरकार ने हलफनामे में जिस तरह से जवाब दिया है वह कई तरह के सवाल खड़े करता है। उससे साफ हो गया है कि भाजपा सरकार की गलतियों का खामियाजा मणिपुर के लोग भुगत रहे है। कांग्रेस प्रवक्ता ने इस हिंसा को केंद्र और राज्य की भाजपा सरकार की विफलता बताया और कहा कि यदि उसने मुद्दे को सही तरीके से निपटा दिया होता तो मणिपुर जल नहीं रहा होता और वहां के लोग भाजपा सरकार की नाकामयाबी का फल इस तरह से नहीं भुगत रहे होते।