महाराष्ट्र की एटीएस ने दाऊद इब्राहिम गिरोह के लिए काम करने वाले भगोड़े गैंगस्टर अनीस इब्राहिम के वर्षों पुराने साथी को गिरफ्तार किया है. ये देश विरोधी गतिविधियों में संलिप्त था और आतंकियों को बढ़ावा देने के लिए फंडिंग भी जुटाता था. एटीएस ने जांच के बाद आरोपी की गिरफ्तारी की है.
एटीएस को पता चला था कि भगोड़ा गैंगस्टर और ग्लोबल टेरर फाइनेंसर दाऊद इब्राहिम का भाई अनीस इब्राहिम और विदेशों में रहने वाले उनके साथी भारत में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए अवैध गतिविधियों से एकत्रित पैसे का उपयोग कर रहे हैं. देश में गैंगस्टर्स दाऊद इब्राहिम और अनीस इब्राहिम के खिलाफ यह ताजा केस है.
एटीएस ने 2 अगस्त को केस दर्ज किया
ये लोग प्रतिबंधित संगठनों और अपने आकाओं के जरिए भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल अभियुक्तों को पैसे मुहैया करा रहे थे. सूचना मिलने के बाद आतंकवाद विरोधी दस्ते (Anti-Terrorism Squad) ने अनीस इब्राहिम और उसके साथियों के खिलाफ 2 अगस्त को मुंबई की कालाचौकी पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी दर्ज की. ये मामला B.D.V.M.की धारा 121 (ए), गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम, (UAPA) 1967 की धारा 17, 18 के तहत दर्ज किया गया है.
परवेज की फंडिंग में सक्रिय भागीदारी
सूचना के आधार पर जांच की गई, उसके बाद परवेज जुबैर वेद मेमन (47 साल) को 3 अगस्त को मुंबई के अंधेरी (पश्चिम) इलाके के वर्सोवा में स्थित आवास से हिरासत में लिया गया. एटीएस का कहना है कि परवेज की सक्रिय भागीदारी सामने आई है. जब उससे पूछताछ की गई तो पता चला कि वह MDMA, Ketamine, LSD जैसी दवाओं का कारोबार कर रहा था.
नशीली दवाओं के व्यापार से जुटाते थे फंड
आरोपी को भारत में आतंकवादी घटनाओं को अंजाम देने के लिए राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में शामिल संगठनों और उनसे जुड़े लोगों को नशीली दवाओं के व्यापार और अन्य अवैध माध्यम से फंड उपलब्ध कराने की साजिश में शामिल पाया गया है. आरोपी परवेज, दाऊद इब्राहिम गिरोह से कई वर्षों से जुड़ा है और रंगदारी जैसे विभिन्न अपराधों में फरार चल रहा था.
दुबई में कारोबार जमाया, फिर राष्ट्र विरोधी कामों में जुटा
उसके बाद वह दुबई भाग गया और कई सालों तक दुबई में रहा, जहां उसने अपना अवैध कारोबार स्थापित किया. वह वर्तमान में अनीस इब्राहिम के साथ एक राष्ट्र विरोधी साजिश और गतिविधियों में शामिल है. एटीएस अधिकारियों ने बताया कि आरोपी परवेज जुबैर वैद मेमन को गिरफ्तार कर लिया है. उसे अदालत में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा