मुंबई। उपमुख्यमंत्री और गृह मंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने कहा कि सरकार किसी भी हालत में मुंबई के स्कूलों से सरस्वती देवी की तस्वीरें नहीं हटाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य में शिवभोजन थाली योजना को बंद करने का कोई इरादा नहीं है, लेकिन योजना के संबंध में मिलने वाली शिकायतों की जांच कर समीक्षा की जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार ने मराठा समुदाय के युवाओं के लिए सरप्लस पद सृजित किए हैं और उनके नियुक्ति पत्र बांटे हैं। फडणवीस ने कहा कि पिछले पांच साल से पीएफआई संगठन की निगरानी केंद्रीय एजेंसियों के साथ-साथ एटीएस भी कर रही थी। इस संगठन का उद्देश्य समाज में दरार पैदा करना और देश को तबाह करना था। उन्होंने कहा कि जांच एजेंसी संगठन के खिलाफ कार्रवाई की जानकारी सही समय पर देगी।
उन्होंने कहा कि पीएफआई संगठन पर केंद्रीय जांच एजेंसी के साथ साथ एटीएस निगरानी कर रही थी। संगठन ने समाज में कलह पैदा कर देश को तबाह करने की साजिश रची थी। इस पर अब कार्रवाई शुरू है। जांच एजेंसी इस बारे में सही समय पर जानकारी देगी।
राष्ट्रवादी कांग्रेस नेता छगन भुजबल ने स्कूलों से सरस्वती देवी की तस्वीर हटाने का बयान दिया था। इस बारे में पूछे जाने पर उपमुख्यमंत्री ने कहा कि भुजबल ने वास्तव में क्या कहा है, वह मैंने सुना नहीं है। हालांकि अगर कोई ऐसा कहता है तो वह गलत है। सरस्वती विद्या की देवी हैं, कला की देवी हैं। हमारी संस्कृति में सरस्वती पूजनीय है। जो भारतीय संस्कृति और परंपराओं को नहीं मानता, जो व्यक्ति हिंदू धर्म को स्वीकार नहीं करता वह ऐसा कह सकता है। महापुरुषों की तस्वीरें लगानी चाहिए। इन्हें हर स्कूल में लगाया जाता है। फडणवीस ने यह भी कहा कि हमारी सरकार किसी भी सूरत में सरस्वती देवी की तस्वीरें नहीं हटाएगी।
उन्होंने कहा कि महाविकास आघाड़ी सरकार के दौरान शुरू की गई शिव भोजन थाली को बंद करने की कोई योजना नहीं है। हालांकि योजना को लेकर मिली शिकायतों की जांच की जाएगी और योजना की समीक्षा की जाएगी। कैबिनेट ने पुलिस विभाग में साढ़े ग्यारह हजार और पदों को भरने को मंजूरी दी है। कुल बीस हजार पदों पर भर्ती की जाएगी। उन्होंने कहा कि सीबीआई ने मंत्री गिरीश महाजन के खिलाफ कोई मामला दर्ज नहीं किया है। उल्टा हम ही थे, जिन्होंने महाजन को पेन ड्राइव देकर उनके खिलाफ दर्ज झूठे मुकदमों का खुलासा किया। एक सवाल के जवाब में फडणवीस ने यह भी कहा कि हम पर झूठे केस दर्ज कर हमें गिरफ्तार करने की साजिश रची गई थी, इसकी जांच सीबीआई करेगी।