राज्यसभा सदस्य कपिल सिब्बल ने महाराष्ट्र में ट्रेन में गोलीबारी की घटना और हरियाणा एवं मणिपुर में हिंसा को लेकर बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधते हुए पूछा कि क्या ऐसे ही ‘‘अच्छे दिन’’ का वादा किया गया था। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं के लिए नफरत की राजनीति जिम्मेदार है। मुंबई के बाहरी इलाके में पालघर स्टेशन के समीप रेलवे सुरक्षा बल के कांस्टेबल चेतन सिंह (33) ने अपने वरिष्ठ अधिकारी सहायक उप-निरीक्षक टीकाराम मीणा तथा तीन अन्य यात्रियों - अब्दुल कादरभाई मोहम्मद हुसैन भानपुरवाला (58), असगर अब्बास शेख (48) और सैयद एस (43) की कथित तौर पर गोली मारकर हत्या कर दी।
हरियाणा के नूंह में भड़की सांप्रदायिक हिंसा की आंच गुरुग्राम तक फैल गई, जहां बीती रात एक मस्जिद के इमाम की हत्या कर दी गई। इसके अलावा एक भोजनालय को आग लगा दी गई और दुकानों में तोड़फोड़ की गई। मणिपुर में तीन मई से भड़की हिंसा में अब तक 160 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है तथा सैकड़ों घायल हो गए हैं। सिब्बल ने ट्वीट किया, ‘‘नफरत की राजनीति। आरपीएफ जवान ने जयपुर-मुंबई सेंट्रल सुपरफास्ट एक्सप्रेस में चार लोगों की हत्या कर दी। धर्म के आधार पर लोगों को निशाना बनाया गया।’’ उन्होंने पूछा, ‘‘दुकानों, मस्जिद को आग के हवाले कर दिया गया, इमाम की हत्या कर दी गयी। इसके अलावा नूंह में चार अन्य लोग मारे गए। मणिपुर में महिलाओं के खिलाफ हिंसा में पुलिस ने कथित तौर पर सहयोग दिया।