पुणे: दशहरे के पावन पर्व पर हर साल बालासाहेब ठाकरे मुंबई के शिवाजी पार्क (Shivaji Park ) पर रैली करते थे। जिसे सुनने के लिए लाखों लोग जुटते थे। उनकी मौत के बाद उनके पुत्र उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) इस मैदान पर दशहरा रैली (Dussehra Rally) आयोजित करते हैं। यह सिलसिला लगातार जारी है। इसलिए परंपरा के अनुसार उद्धव ठाकरे को ही वहां दशहरा सम्मेलन करने का अधिकार है। शिंदे समूह को दशहरा सम्मेलन के लिए अलग जगह की तलाश करनी चाहिए। ऐसी सलाह राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने दी है।
'द डेक्कन शुगर टेक्नोलॉजिस्ट्स एसोसिएशन' (डीएसटीए) और 'शुगर एक्सपो 2022' के उद्घाटन कार्यक्रम के बाद जयंत पाटिल पत्रकारों से बात कर रहे थे। पालकमंत्रियों की नियुक्ति में देरी पर पाटिल ने कहा कि शिंदे-फडणवीस सरकार के मंत्रियों के बीच आम सहमति नहीं बन पा रही है। इसलिए पालकमंत्री की घोषणा नहीं की जा रही है। ऐसा निशाना भी पाटिल ने साधा।
बारामती और शिरूर में बीजेपी की दाल नहीं गलनेवाली
बीजेपी बारामती और शिरूर में चाहे कितने भी दौरे कर ले, हमें इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। वहां एनसीपी मजबूत है, ऐसा विश्वास जयंत पाटिल ने जताया। राहुल गांधी के 'भारत जोड़ो यात्रा' में शामिल होने के बारे में पूछे जाने पर पाटिल ने कहा कि राहुल गांधी की यात्रा को बेहतर प्रतिसाद मिल रहा है। अगर वे लोगों को संगठित करने का प्रबंधन करते हैं, तो वे सफल होंगे। इस यात्रा के महाराष्ट्र में आने के बाद उनकी इस यात्रा का समर्थन किया जाए और उसमें शामिल हुआ जाए या नहीं, यह तय नहीं हुआ है। उनकी पार्टी ने इस विषय में अभी हमसे चर्चा नहीं की है। ऐसा पाटिल ने कहा।
लोगों में बीजेपी से असंतोष
केंद्र सरकार द्वारा ईडी और अन्य केंद्रीय मिशनरियों का दुरुपयोग किया जा रहा है। ईडी द्वारा जांच किए गए प्रताप सरनाईक को अब क्लीन चिट दी जा रही है। इसके पीछे की राजनीति को लोग जानते हैं। ईडी विपक्ष के पास ही क्यों जाती है। सत्ताधारी पार्टी के नेताओं के पास नहीं जाती, ऐसा सवाल पाटिल ने पूछा। जिस तरह शिवसेना को तोड़कर सत्ता हासिल की। इसको लेकर लोग बीजेपी से नाराज हैं। इसलिए सरकार स्थानीय निकायों के चुनाव टाल रही है, ऐसा आरोप भी पाटिल ने लगाया।