राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) ने एकनाथ शिंदे सरकार में अजित पवार के उपमुख्यमंत्री के तौर पर हुए शामिल
महाराष्ट्र की राजनीति तेजी से बदल रही है. अजित पवार अपने कई समर्थक विधायकों के साथ शिंदे सरकार में शामिल हो गए हैं. शरद पवार के भतीजे अजित पवार ने एक बार फिर पार्टी से बगावत करते हुए डिप्टी सीएम की शपथ भी ले ली है. इस घटनाक्रम के साथ ही लोगों के मन में कई सवाल उठने लगे हैं. एनसीपी के भविष्य से लेकर विपक्षी एकता को लेकर अटकले लगाई जा रही है.
मामले से जुड़ी अहम जानकारियां :
एनसीपी किसकी होगी? शरद पवार के खिलाफ विद्रोह करने के बाद अजित पवार ने ऐलान किया कि वो राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी पर भी दावा ठोकेंगे. उन्होंने कहा कि पार्टी के सिंबल और नाम पर उनका दावा बनता है.
महा विकास अघाड़ी का क्या होगा? साल 2019 में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस ने मिलकर महा विकास अघाड़ी का गठन किया था. हालांकि समय के साथ पहले शिवसेना और अब एनसीपी में टूट देखने को मिल रही है. इस टूट के बाद यह सवाल उठ रहा है कि अब महाराष्ट्र की राजनीति में महा विकास अघाड़ी का भविष्य क्या होगा?
शरद पवार का अगला कदम क्या होगा? शरद पवार महाराष्ट्र की राजनीति में वर्तमान में सबसे अनुभवी राजनेता हैं. कई बार उन्होंने अपनी पार्टी को मुश्किलों से निकाला है. इस बड़ी टूट के बाद उनका अगला कदम क्या होगा इसे लेकर अटकले लगाई जा रही है.
विपक्षी एकता को कितना बड़ा झटका? शरद पवार विपक्षी एकता को लेकर भी लगातार सक्रिय थे. हाल ही में उन्होंने ऐलान किया था कि 13 और 14 जुलाई को बेंगलुरु में विपक्षी दलों की अगली बैठक होगी. सवाल यह है कि पार्टी में टूट के बाद क्या पवार विपक्षी एकता के मिशन के लिए काम कर पाएंगे?
2019 की तरह वापस आ जाएंगे अजित? तमाम अटकलों के बीच इस बात की भी चर्चा है कि क्या अजित पवार एक बार फिर शरद पवार के साथ वापस आ जाएंगे. गौरतल ब है कि साल 2019 में विद्रोह के बाद वापस आ गए थे.