पुलिस की ओर से लगातार भेजे जा रहे नोटिस से परेशान हो कर गारंटर ने की आत्महत्या

Update: 2022-09-14 10:56 GMT
पुणे: कर्ज (Loan) मामले में गारंटर (Guarantor) को पुलिस (Police) की ओर से लगातार भेजे जा रहे नोटिस (Notice) से परेशान हो कर गारंटर द्वारा आत्महत्या (Suicide) करने का मामला सामने आया है। इससे शहर में हड़कंप मच गया है। राजेंद्र उर्फ राजू राउत (52) आत्महत्या करने वाले गारंटर का नाम है। इस मामले में सहायक पुलिस फौजदार भाग्यवान ज्ञानदेव निकम, पुलिस हवलदार सचिन रामचंद्र बरकडे और किरण भातलवांडे पर आरोप दर्ज किया गया है। राउत की 23 वर्षीय लड़की ने समर्थ पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, राजेंद्र राउत और किरण मित्र थे। किरण ने चारपहिया वाहन कर्ज लेकर लिया था। उन्होंने हैद्राबाद स्थित रघुवीर बिजनेस प्रा. लि. फायनान्स कंपनी की ओर से यह कर्ज लिया था। जिसके लिए राउत को उन्होंने गारंटर बनाया था, पर बाद में किरण ने कर्ज के हफ्ते नहीं भरे। जिसके चलते संबंधित कंपनी ने यह मामला कोर्ट में घसीटा। गारंटर और कर्जदार के नाम से वारंट निकाला गया। राउत समर्थ पुलिस थाने की सीमा में रहते हैं। इसलिए उनका वारंट समर्थ पुलिस थाने में आया। उसे अमलीजामा पहनाने की जिम्मेदारी समर्थ पुलिस थाने के भाग्यवान निकम और सचिन बरकडे के पास थी। कोर्ट कामकाज का जिम्मा इनके पास होने के बाद वे वारंट भेजते थे। यह नोटिस निकम और बरकडे लेकर राउत के पास जाते थे। गिरफ्तारी न हो इसलिए राउत ने दोनों को समय-समय पर 7-8 हजार रुपए भी दिए। ऐसा शिकायत में कहा गया है।
 पुलिस ने जप्त किया लेटर
राउत ने किरण से कर्ज भरने के लिए कहा। पर उसने साफ इनकार कर दिया। इससे निराश राजेंद्र ने नाना पेठ के अपने निवास पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या से पहले उन्होंने सुसाइड नोट लिखा है। इसे पुलिस ने जब्त कर लिया है। इसमें पुलिस का जिक्र नहीं है। किरण भातलंवाडे द्वारा दी जा रही परेशानी से परेशान हो कर आत्महत्या करने का उल्लेख लेटर में है।
Tags:    

Similar News

-->