छात्रों को फीस भरने में थी दिक्कत, फिर प्रिंसिपल ने क्राउडफंडिग से की भुगतान

कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण हर क्षेत्र की व्यवस्था चरमरा गई है

Update: 2022-05-13 18:00 GMT

मुंबई. कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण हर क्षेत्र की व्यवस्था चरमरा गई है. खास कर शिक्षा जगत का बुरा हाल है. छात्रों को माता-पिता की नौकरी छूटने के कारण शिक्षा से हाथ धोना पड़ रहा है. ऐसे में महाराष्ट्र के एक स्कूल की प्रिंसिपल शर्ली पिल्लई ने बच्चों की शिक्षा के लिए फंड जुटाने में कामयाबी हासिल की है. टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक इस पहल के जरिए पिल्लई उन छात्रों की 95% से अधिक फीस का भुगतान कर चुकी हैं, जिनके माता-पिता नौकरी छूटने या वेतन में कटौती की वजह से फीस का भुगतान नहीं कर पा रहे थे.

मुंबई के पवई इंग्लिश हाई स्कूल की प्रिंसिपल पिल्लई ने कहा कि कुछ दानदाता भविष्य में भी योग्य छात्रों की पढा़ई के लिए आर्थिक मदद देने के लिए इच्छुक हैं. उन्होंने कहा कि मैं हैरान थी कि कैसे लोग स्वेच्छा से मदद के लिए आगे आए. यह हमारे लिए बहुत मायने रखता था. पिल्लई ने कहा कि वह व्यक्तिगत और गैर सरकारी संगठनों द्वारा किए गए दान की मदद से एक करोड़ रुपये जुटाने में कामयाब रही हैं.
उन्होंने कहा कि स्कूल के शिक्षकों ने जरूरतमंद छात्रों की पहचान करने में अहम भूमिका निभाई. दानकर्ता ज्यादातर अकादमिक रूप से उज्ज्वल छात्रों के लिए भुगतान करना चाहते थे. पिल्लई ने बताया कि हमारे पास कई औसत छात्र थे, जिन्हें पढ़ाई के लिए धन की आवश्यकता थी.


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