सड़क किनारे चलने वालों को होती है भारी परेशानी, लाखों की लागत से बने फुटपाथों पर कब्जा

Update: 2022-09-19 18:50 GMT

चंद्रपुर शहर के भीतरी मार्ग समेत शहर से बाहर जाने वाले मूल रोड, नागपुर रोड, बल्लारपुर, दुर्गापुर मार्ग पर शहर प्रशासन से लाखों रुपए खर्च कर पैदल चलने वालों की सुविधा के लिए फुटपाथ बनाया है. किंतु आज देखा जा रहा है. अतिक्रमणधारी इन फुटपाथों पर पूरी तरह से कब्जा कर रखा है.

इस प्रकार अतिक्रमण धारियों ने शहर के प्रियदर्शिनी चौक, जटपुरा गेट से गिरनार चौक उसी प्रकार से गांधी चौक से जयंत टाकीज, जटपुरा गेट से प्रियदर्शिनी चौक तक दुकानदारों ने पूरी तरह से कपना कब्जा कर रखा है. इसकी वजह से खरीददारों को सडक पर वाहन खडे रखना पडता है नतीजा कई बार बहसबाजी तो पुलिस चालान अथवा वाहन टो की समस्या से जूझना पडता है. इसी प्रकार के हालत शहर से बाहर जाने वाले नागपुर रोड के दोनों किनारे, मूल रोड पर बस स्टैंड से बंगाली कैंप तक अतिक्रमण पर फल, सब्जी, जूते चप्पल, रेडिमेड कपडा, चायनीज, पोहा, चायवाले, दक्षिण भारतीय व्यंजन, बिर्यानी, आमलेट, अंडा, चिकन, झुनका भाकर आदि वालों ने कब्जा कर रखा है. इन मार्गो से प्रतिदिन नगर प्रशासन और प्रशासकीय अधिकारी आवागमन करते है. किंतु आज तक किसी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया है. जिसका खामियाजा नागरिकों को भुगतना पड़ता है.

मनपा को महज 15 रुपए से मतलब

इस प्रकार शहर भर के फुटपाथ और सडक किनारे दुकान लगाने वालों से महानगर पालिका 15 रुपए की रसीद फाडती है. इसके बाद कोई कही भी दुकान लगाये इससे उन्हे कोई सरोकार नहीं है. फिर चाहे शहर वासी और ग्रामीण परिसर से जिले में खरीदारी के लिए आने वालों को कितनी भी दिक्कत उठानी पड़े उनसे कोई सरोकार नहीं है उनका तो महज 15 रुपए प्रति दुकान वसूलना ही मुख्य मकसद है.

अतिक्रमण हटाओ मुहिम कुछ दिनों की

महानगर पालिका की ओर से कई बार अतिक्रमण हटाओ मुहिम चलायी जाती है किंतु यह कार्रवाई महज दिखावा साबित होती है. कुछ दिनों तक कार्रवाई के बाद जैसे थे कि स्थिति हो जाती है नतीजा नागरिकों को उसी प्रकार की दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.

स्थायी उपाय की आवश्यकता

महानगर पालिका को इस समस्या के समाधान के लिए स्थायी उपाय करने की आवश्यकता है. जैसा कि कुछ खास त्योहारों के समय पर एक स्पेशल जगह दी जाती है जहां पर ही दुकानें लगती है. इसकी वजह से फुटपाथ वालों को किसी प्रकार की दिक्कत नहीं होती है. इसलिए इस प्रकार के विक्रेताओं के लिए स्पेशल हाकर्स जोन बनाने की आवश्यकता है. हाकर्स जोन बनने से इस समस्या से सदा के लिए छुटकारा मिल सकता है. इसलिए शहर और जिला प्रशासन को इस समस्या से छुटकारा और शहर वासियों को पैदल चलने के लिए फुटपाथ उपलब्ध कराने के लिए स्थायी उपाय करने की आवश्कता है.



न्यूज़क्रेडिट: enavabharat

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