मुंबई।बंबई उच्च न्यायालय के प्रभारी मुख्य न्यायाधीश संजय गंगापुरवाला ने रमेश बैस को महाराष्ट्र के राज्यपाल पद की शपथ दिलाई। बैस महाराष्ट्र के 20वें राज्यपाल हैं और उन्होंने मराठी में शपथ ली। शपथ ग्रहण के बाद मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने राज्यपाल का पुष्पगुच्छ देकर स्वागत किया।
शनिवार दोपहर को राजभवन के दरबार हॉल में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में राज्यपाल की पत्नी रामबाई बैस, केंद्रीय सामाजिक न्याय राज्यमंत्री रामदास आठवले, विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर, पर्यटन मंत्री मंगल प्रभात लोढा, लोकायुक्त विद्यासागर कानडे, राज्य मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति केके तातेड, लोक प्रतिनिधि, विभिन्न विभागों के सचिव, वरिष्ठ पुलिस अधिकारी उपस्थित थे। शुरुआत में मुख्य सचिव मनुकमार श्रीवास्तव ने राज्यपाल की नियुक्ति को लेकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की तरफ से जारी अधिसूचना को पढ़कर सुनाया। शपथ ग्रहण के बाद भारतीय नौसेना ने राज्यपाल को सलामी दी।
नवनियुक्त राज्यपाल रमेश बैस ने शपथ ग्रहण करने के बाद प्रभादेवी स्थित सिद्धिविनायक मंदिर जाकर भगवान गणेश के दर्शन किए। इस दौरान उनकी पत्नी रामबाई सहित परिवार के लोग उपस्थित थे। इसके बाद राज्यपाल ने महालक्ष्मी मंदिर जाकर देवी के दर्शन किए।
संक्षिप्त परिचय
राज्यपाल रमेश बैस का नाम पहले मध्यप्रदेश और बाद में छत्तीसगढ़ राज्य की राजनीति और राष्ट्रीय राजनीति में सम्मान के साथ लिया जाता है। संसदीय राजनीति, समाज सेवा सहित संगठन के कार्यों में उन्हें पांच दशकों का लंबा अनुभव है। बैस ने राजनीतिक जीवन की शुरुआत नगरसेवक पद से की। इसके बाद उन्होंने केंद्रीय राज्य मंत्री व राज्यपाल जैसे विभिन्न पदों पर काम किया। छत्तीसगढ़ के रायपुर में 2 अगस्त 1947 को जन्में बैस की शिक्षा रायपुर से पूरी हुई। वर्ष 1978 में वे पहली बार रायपुर नगर निगम के पार्षद चुने गए। वर्ष 1980 से 1985 के दौरान वे मध्य प्रदेश विधानसभा के सदस्य रहे। वर्ष 1982 से 1988 तक मध्यप्रदेश भाजपा के प्रदेश मंत्री रहे। 1989 में बैस रायपुर लोकसभा क्षेत्र से पहली बार सांसद चुने गए, तब से लेकर वे सात बार लोकसभा के लिए चुने गए। वर्ष 1998 में प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के मंत्रिमंडल में उन्हें इस्पात और खान मंत्रालय में राज्य मंत्री बनाया गया। 1999 से 2004 तक वे रसायन और खाद तथा इसके बाद सूचना व प्रसारण विभाग के राज्य मंत्री बनाए गए। 2009 से 2014 तक रमेश बैस लोकसभा में भाजपा के मुख्य सचेतक रहे। 2019 में उनकी नियुक्त राज्यपाल पद पर की गई। वे 29 जुलाई से 13 जुलाई 2021 तक त्रिपुरा के राज्यपाल बनाए गए। इसके बाद 14 जुलाई से 2021 को उन्हें झारखंड का राज्यपाल बनाया गया।