पुणे : जौहरी 7500 सैनिकों को देंगे सोने की अंगूठियां
स्वतंत्रता के 75 वें वर्ष को चिह्नित करने के लिए देश भर में विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजन किये जा रहे हैं
पुणे: स्वतंत्रता के 75 वें वर्ष को चिह्नित करने के लिए देश भर में विभिन्न कार्यक्रमों के आयोजन किये जा रहे हैं. इसी कड़ी में पुणे स्थित बोनिसा ज्वैलर्स की ओर से इस साल विभिन्न राज्यों के 7,500 पूर्व सैनिकों को चांदी, सोना, हीरे और मिट्टी से बने 'प्रतिबद्धता के छल्ले' उपहार में देने के लिए 'वन इंडिया मिशन' शुरू किया है.
यह पहल 'बोनिसा' ज्वैलर्स, पुणे द्वारा किया गया है. इस पहल के तहत खड़की में पैराप्लेजिक रिहैबिलिटेशन सेंटर (पीआरसी) में 88 पूर्व सैनिकों को 'एक इंडिया रिंग्स' दी गई. इसकी शुरुआत 26 जनवरी को हुई थी. संकेत बी बियाणी ने बताया कि यह अंगूठी देश भर के विभिन्न राज्यों के पूर्व सैनिकों को दी जाएगी.
संकेत बी बियाणी और उनके भाई संदेश बियानी, बहन नेहा मुंद्रा ने एक साल पहले इस उद्यम के बारे में सोचा था और इस दिशा में काम करना शुरू कर दिया था. संकेत बी बियाणी ने कहा, 'वनइंडिया रिंग' चांदी (जो हमें शांत रखती है), सोना (जो 'भारत' का प्रतीक है), हमारे देश के प्रत्येक राज्य की मिट्टी (एकता के लिए) और हीरे (हम में से प्रत्येक एक हीरा है) से बना है.
यह अंगूठी दुनिया की पहली राष्ट्र-समर्पित, देश के लिए 'प्रतिबद्धता' की अंगूठी है और हमारा लक्ष्य इस वर्ष स्वतंत्रता के 75 वें वर्ष पर 7500 से अधिक सैनिकों को यह अंगूठी देना है.' उन्होंने कहा, 'अंगूठी चांदी से बनी होती है और इसमें सोने के अक्षरों में 'भारत' लिखा होता है जो भारत को 'सोने की चिड़िया' होने का प्रतीक है और विशेष रूप से 29 राज्यों से मिट्टी मंगवाई है. बोनिसा ज्वैलर्स खासतौर पर वेडिंग रिंग्स बनाने के लिए जानी जाती है.