पीओपी मूर्तियां: दुकानदारों पर डंडा, दूसरे दिन भी NDS की कार्रवाई

पीओपी मूर्तियां: दुकानदारों पर डंडा

Update: 2022-09-02 07:02 GMT
नागपुर. पीओपी मूर्तियों के कारण पर्यावरण को हो रहे नुकसान पर अदालतों द्वारा दिए गए आदेशों तथा हाई कोर्ट की ओर से पीओपी मूर्तियों पर लगाई गई पाबंदी को देखते हुए मनपा के घनकचरा व्यवस्थापन विभाग की ओर से विशेष मुहिम शुरू की गई है. एनडीएस के माध्यम से गत 2 दिनों से जारी इस मुहिम में जहां 390 दूकानों की जांच हुई वहीं 61 पीओपी की मूर्तियां जब्त किए जाने की जानकारी विभाग के उपायुक्त डॉ. गजेन्द्र महल्ले ने दी. मनपा आयुक्त डॉ. राधाकृष्णन. बी के आदेश पर पीओपी मूर्तियों की बिक्री करने वालों के खिलाफ जुर्माना की कार्रवाई की जा रही है. प्रत्येक जोन के कर्मचारी और एनडीएस दस्ते की संयुक्त टीम पर कार्रवाई की जिम्मेदारी सौंपी गई है.
चौपट हो रहा व्यापार
पर्यावरण की दृष्टि से एक ओर जहां एनडीएस की कार्रवाई को सराहा जा रहा है वहीं दूसरी ओर विशेष रूप से दूकानदारों में इसके खिलाफ रोष देखा जा रहा है. कुछ दूकानदारों का मानना है कि मिट्टी की मूर्तियां बेचे जाने के बावजूद बेवजह एनडीएस के कर्मचारी प्रत्येक मूर्ति पर आपत्ति जताकर उसकी जांच में जुट जाते हैं. कार्रवाई के दौरान दूकानों में ग्राहक होने पर उस पर विपरीत असर होता है. उसे भी मिट्टी की मूर्ति के नाम पर पीओपी की मूर्ति होने का भ्रम होता है. वास्तविकता यह है कि कई पारंपरिक दूकानदार अब केवल मिट्टी की मूर्तियां ही बेच रहे हैं. कुछ मौसमी दूकानदार हैं जो बाहर से पीओपी की मूर्तियां लाकर धंधा कर रहे हैं लेकिन मनपा को पहले इन दूकानों को चिन्हित करना चाहिए. बेवजह मिट्टी की मूर्तियां बेचने वाले दूकानदारों को परेशान नहीं करना चाहिए. इस तरह से पूरा व्यापार ही चौपट हो रहा है.
दूकानदारों और लोगों में कर रहे जनजागृति
मनपा प्रशासन का मानना है कि किसी भी दूकानदार के खिलाफ बेवजह की कार्रवाई नहीं हो रही है. दूकानों में जाते समय सभी को मिट्टी की मूर्तियां ही बेचने और लोगों को मिट्टी की मूर्तियां ही खरीदने पर जनजागृति की जाती है. यदि किसी मूर्ति को लेकर संदेह होता है तो उसी मूर्ति की जांच होती है. पीओपी की मूर्तियां अलग ही होती हैं. कहीं भी पीओपी की मूर्तियां बेची जा रही हों तो पारंपरिक दूकानदार मनपा को सूचित कर सकते हैं. ऐसे में केवल पीओपी की मूर्तियां बेचने वालों के खिलाफ ही कार्रवाई हो सकेगी.
लैब और हेल्थकेअर पर कार्रवाई
एनडीएस की ओर से गुरुवार को जहां पीओपी के खिलाफ अभियान जारी रखा गया वहीं नियमों का उल्लंघन करने वाली लैब और हेल्थकेअर के खिलाफ भी कार्रवाई की गई. हनुमाननगर जोन अंतर्गत क्रीड़ा चौक में ओजस हेल्थकेअर द्वारा सामान्य कचरे में बायो मेडिकल वेस्ट मिलाकर रखा जा रहा था. उस पर 25 हजार रुपये का जुर्माना ठोका गया. नरेन्द्र नगर चौक पर ब्ल्यू रैबिट पैथ लैब द्वारा भी सामान्य कचरे में बायो वेस्ट मिलाकर रखा जा रहा था. लैब पर 15 हजार रुपये का जुर्माना ठोका गया.
 

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