गृह मंत्रालय ने 77वें स्वतंत्रता दिवस से पहले पुलिस पदक पुरस्कार विजेताओं की लिस्ट जारी की है. इसके तहत देश भर से कुल 954 पुलिस कर्मचारियों को उनके कर्तव्य के प्रति समर्पण और उत्कृष्ट सेवा के लिए सम्मानित किया जाएगा. इस लिस्ट में महाराष्ट्र के पुणे जिले के पिंपरी-चिंचवाड़ के पुलिस आयुक्त (Police Commissioner) विनय कुमार चौबे का नाम भी शामिल है. उन्हें विशिष्ट सेवाओं के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक से सम्मानित किया जाएगा. लिस्ट के मुताबिक, देश भर में 82 लोगों को राष्ट्रपति पुलिस पदक मिलेगा. इनमें तीन अधिकारी महाराष्ट्र के हैं. चौबे के अलावा अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (ADG) प्रवीण सालुंके और विशेष पुलिस महानिरीक्षक (Special Inspector General of Police) जयंत नाइकनवरे पुरस्कार प्राप्तकर्ताओं में शामिल हैं.
पुलिस आयुक्त विनय कुमार चौबे महाराष्ट्र कैडर के 1995 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) अधिकारी हैं, उनके पास कानपुर से बैचलर ऑफ टेक्नोलॉजी की डिग्री हैं. उन्होंने अपरंपरागत ऊर्जा संसाधनों में मास्टर ऑफ टेक्नोलॉजी की डिग्री भी ली है. उन्होंने शुरुआत में रत्नागिरी, अकोला और सोलापुर (ग्रामीण) जिलों में पुलिस अधीक्षक (एसपी) के रूप में कार्य किया. इस दौरान उन्होंने मुंबई में जोन 4 का भी नेतृत्व किया. उन्हें 2009 में महाराष्ट्र सरकार द्वारा पदोन्नत किया गया था. तब से वह राज्य भर में महत्वपूर्ण पदों पर रहे हैं.
पुलिस आयुक्तालय के लिए किए कई काम
उन्होंने शहर में क्राइम रेट पर लगाम लगाने पर भी ध्यान केंद्रित किया है, जिसके कारण पिछले छह महीनों में 24 गिरोहों पर मकोका (MCOCA)लगाया गया और 170 अपराधियों को तड़ीपार किया गया. पिंपरी-चिंचवाड़ पुलिस आयुक्तालय की स्थापना के बाद यहां अतिरिक्त पदों को तुरंत मंजूरी नहीं दी गई. ऐसे में चौबे ने कई नए पदों के लिए प्रस्ताव रखा और मंजूरी प्राप्त की. इसमें एक अतिरिक्त पुलिस आयुक्त, दो उपायुक्त और चार सहायक पुलिस आयुक्त के पद शामिल थे. इसके अतिरिक्त चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के 37 पद स्वीकृत किये गये हैं.
केंद्रीय और राज्य बलों के 954 पुलिस कर्मियों को मिलेगा सम्मान
सरकार ने स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर सोमवार को विभिन्न केंद्रीय और राज्य बलों के 954 पुलिस कर्मियों के लिए सेवा पदक की घोषणा की. केंद्रीय गृह मंत्रालय के आदेश के अनुसार, 230 कर्मियों को बहादुरी के लिए वीरता पदक से सम्मानित किया जाएगा, जिसमे वीरता के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक (पीपीएमजी) भी शामिल है. पीपीएमजी का एकमात्र पदक केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के अधिकारी लौखरकपम इबोम्चा सिंह को दिया जाएगा। यह उनका दूसरा वीरता पदक है.
जम्मू-कश्मीर क्षेत्र में तैनात 71 कर्मियों को मिलेगा पुरस्कार
आदेश में कहा गया है कि वामपंथी उग्रवाद या नक्सल हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में तैनात 125 कर्मियों के साथ ही जम्मू-कश्मीर क्षेत्र में तैनात 71 कर्मियों और पूर्वोत्तर क्षेत्र के 11 कर्मियों को उनके वीरतापूर्ण कार्य के लिए सम्मानित किया जा रहा है. अन्य पदकों में विशिष्ट सेवा के लिए दिए जाने वाले 82 राष्ट्रपति पुलिस पदक और उल्लेखनीय सेवा के लिए दिए जाने वाले 642 पुलिस पदक शामिल हैं.
घोषणा जम्मू कश्मीर पुलिस के लिए सबसे ज्यादा पुलिस पदक की घोषणा
वीरता के लिए सबसे अधिक 55 पुलिस पदक की घोषणा जम्मू कश्मीर पुलिस के लिए की गयी है. इसके बाद महाराष्ट्र पुलिस को 33, सीआरपीएफ को 27 और छत्तीसगढ़ पुलिस को 24 पदक दिए जाएंगे. ये पदक साल में दो बार स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस पर घोषित किए जाते हैं. इसके अलावा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने स्वतंत्रता दिवस 2023 की पूर्व संध्या पर सशस्त्र बलों और केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के कर्मियों को 76 वीरता पुरस्कारों को मंजूरी दी है। इनमें 4 कीर्ति चक्र (मरणोपरांत), 5 मरणोपरांत सहित 11 शौर्य चक्र, 5 बार टू सेना पदक (वीरता), 52 सेना पदक (वीरता), 3 नौसेना पदक (वीरता) और 4 वायु सेना पदक(वीरता) शामिल हैं.