मुंबई। राज्य में सिंगल यूज प्लास्टिक (plastic) के इस्तेमाल पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया गया है.जिसे लेकर इस निर्णय को सख्ती से लागू किया जाएगा। गुरुवार को मंत्रालय के त्रिमूर्ति प्रांगण में महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड और सरकार के पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन विभाग की सहयोग से प्रदूषण मुक्त दिवाली (pollution free diwali) का कार्यक्रम आयोजित किया गया था जिसमे उपस्थित मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने यह बात कही. शिंदे ने कहा, की "कोरोना महामारी के कारण लगे प्रतिबंध समाप्त होने के बाद अब सभी त्योहार उत्साह के साथ मनाए जा रहे हैं। दीपावली पर्व को उत्साह के साथ मनाते हुए पर्यावरण का संतुलन बनाए रखना आवश्यक है।" पिछले कुछ सालों से महाराष्ट्र प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के माध्यम से इसके लिए जन जागरूकता पैदा की जा रही है. सीएम ने कहा कि मुंबई सहित पूरे राज्य में ध्वनि और वायु प्रदूषण कम हुआ है जिसके लिए मैं बोर्ड की सराहना करता हूँ. इस दौरान कार्यक्रम में उपस्थित स्कूली छात्रों के साथ मंत्रालय के अधिकारियों और कर्मचारियों को प्रदूषण मुक्त दिवाली मनाने की शपथ ली। इसलिए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड हर साल विद्यार्थियों को प्रदूषण मुक्त शपथ दिलाने की पहल करता है। इसी तरह पर्यावरण विभाग के सचिव प्रवीण दराडे ने कहा कि पूरे साल जागरूकता फैलाई जा रही है. कार्यक्रम में उपस्थित विकलांग छात्र सिद्धि निकम ने मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री सहित सभी उपस्थित लोगों से अपील की कि हम वसुंधरा के रक्षक बनें और पर्यावरण के अनुकूल जीवन शैली अपनाएं। उन्होंने यह भी अनुरोध किया कि यदि सरकार को एकल-उपयोग वाले प्लास्टिक के उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगाना चाहिए, तो नागरिकों को दैनिक उपयोग में प्लास्टिक के उपयोग से बचना चाहिए। इसी के अनुरूप मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने प्रदूषण मुक्त दीपावली संकल्प अभियान 2022 के तहत प्रदूषण मुक्त दीपावली का संकल्प लिया। इस कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, स्कूल शिक्षा मंत्री दीपक केसरकर, सहकारिता मंत्री अतुल सावे, राज्य के आबकारी मंत्री शंभूराज देसाई, मुख्य सचिव मनुकुमार श्रीवास्तव, पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन विभाग के सचिव प्रवीण दराडे, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष आबासाहेब जऱ्हाड फरहाद के साथ मुंबई नगर निगम के घाटकोपर और कोलाबा स्कूल, कमला मेहता अंध विद्यालय के विकलांग छात्र भी प्रतिनिधि रूप में इस अवसर पर मौजूद रहे। इस दौरान कार्यक्रम के अंत में सीएम और डिप्टी सीएम फडणवीस ने कार्यक्रम में आए छात्रों के साथ तस्वीर खिंचवाई।
स्कूली छात्रों के लिए पर्यावरण प्रतिज्ञा
भारतीय परंपरा में सभी त्योहारों और समारोहों का प्रकृति के साथ अटूट संबंध है। हम यह सुनिश्चित करेंगे कि हमारे द्वारा मनाया जाने वाला त्योहार पर्यावरण को खराब न करे और पर्यावरण का संतुलन बनाए रखे हम सभी ने एकल उपयोग वाले प्लास्टिक के उपयोग से बचने का भी संकल्प लिया है जो हमारे दैनिक जीवन में प्रदूषण का कारण बनता है। हम अपने जन्मदिन पर कम से कम एक पेड़ लगाने और समृद्ध पर्यावरण की रक्षा के लिए इसे नियमित रूप से पोषित करने का भी संकल्प लेते हैं। दीपावली का अर्थ है लक्ष लक्ष के दीयों की तेज रोशनी, इस दिवाली हम बिना पटाखों के प्रदूषण मुक्त दिवाली मनाने का संकल्प ले रहे हैं ताकि पटाखों से वायु प्रदूषण न हो। हम, भारत के भावी सक्षम नागरिकों के रूप में, सभी छात्र शपथ लेते हैं कि हम पूरे वर्ष सभी त्योहारों और समारोहों को प्रदूषण मुक्त करने के लिए प्रतिबद्ध होंगे।
Source : Hamara Mahanagar