शासकीय योजनाओं से वंचित है घुमंतू परिवार

घुमंतू जनजाति को समाज के मुख्य प्रवाह में लाने के लिए शासन ने आजादी के बाद से अनेक योजनाएं क्रियान्वित की है

Update: 2022-08-22 17:53 GMT
गोंदिया. घुमंतू जनजाति को समाज के मुख्य प्रवाह में लाने के लिए शासन ने आजादी के बाद से अनेक योजनाएं क्रियान्वित की है. लेकिन इन योजनाओं को सही लाभार्थियों तक पहुंचाने के लिए प्रशासन पूरी तरह विफल रहा हैं. इसी तरह जिले के अनेक क्षेत्र में अनेक वर्षों से घुमंतू जनजाति के साथ बहुरूपी, गोपाल, नाथजोगी, पांगुल, गारूडी इस प्रकार की जनजाति के लोग यहां गांव के बाहर झोपड़ियों में या तंबू डालकर अपना जीवन यापन करते हुए नजर आते हैं. जिसमें शहर के कुड़वा क्षेत्र में उक्त परिवार बडे पैमाने पर रहते है. इनके साथ छोटे बच्चे व बुजुर्ग भी रहते है. यह लोग कबाड़ चुनकर अपना परिवार पालते है.
उल्लेखनीय है कि शासन की यशवंतराव चव्हाण मुक्त आवास योजना विशेष तौर पर इसी जनजाति के लिए आरक्षित है. संबंधितों द्वारा आवश्यक दस्तावेजों की पूर्तता किए जाने के उपरांत भी इस योजना का लाभ सही लाभार्थियों को नहीं मिल पाता है. इसी तरह प्रधानमंत्री आवास योजना सहित अन्य आवास योजनाओं में भी निधि को आरक्षित रखा जाता है लेकिन इनका लाभ संबंधितों को नहीं मिल रहा है. ऐसे में शासन की यह निधि कहां खर्च की जाती है ? ऐसा सवाल जागरूक नागरिकों द्वारा उठाया जा रहा है.
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