NCP नेता ने बताई वजह, NCB अधिकारी वानखेड़े पर क्यों आरोप लगा रहे नवाब मलिक क्या हैं पूरा मामला
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष और राज्य के मंत्री जयंत पाटिल ने कहा कि उनकी पार्टी के सहयोगी नवाब मलिक के पास एनसीबी के मुंबई मंडल के निदेशक समीर वानखेड़े के खिलाफ कुछ ठोस सबूत होगा, वरना वह अधिकारी के खिलाफ बयान नहीं देते।
जनता से रिस्ता वेबडेसक | राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) की महाराष्ट्र इकाई के अध्यक्ष और राज्य के मंत्री जयंत पाटिल ने कहा कि उनकी पार्टी के सहयोगी नवाब मलिक के पास एनसीबी के मुंबई मंडल के निदेशक समीर वानखेड़े के खिलाफ कुछ ठोस सबूत होगा, वरना वह अधिकारी के खिलाफ बयान नहीं देते। पिछले कुछ दिनों से मलिक नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) अधिकारी की आलोचना कर रहे हैं जिन्होंने इस महीने की शुरुआत में मुंबई के तट पर एक जहाज पर छापा मारा था जिसके बाद नशीले पदार्थ कथित तौर पर बरामद हुए और बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन को गिरफ्तार किया गया।
2 दिन पहले एनसीपी नेता ने अधिकारी को ''फर्जी'' बताया था और कहा था कि जब उनके खिलाफ ''सबूत'' सामने आएगा तो उनकी नौकरी चली जाएगी। उन्होंने यह भी कहा था कि वह वानखेड़े वह एक दिन भी सरकारी सेवा में नहीं रह पाएंगे। गौरतलब है कि मलिक के दामाद समीर खान को भी इस साल 13 जनवरी को नशीले पदार्थ रखने के आरोप में एनसीबी ने गिरफ्तार किया था। उन्हें सितंबर में जमानत मिल गई थी।
पाटिल ने एक सवाल के जवाब में शुक्रवार को पालघर में पत्रकारों से कहा, ''नवाब मलिक के पास एनसीबी के समीर वानखेड़े के खिलाफ कोई ठोस सबूत होगा, वरना वह उनके खिलाफ बयान नहीं देते। निकट भविष्य में स्थिति साफ हो जाएगी।'' जल संसाधन मंत्री ने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी और मोदी सरकार महाराष्ट्र में महा विकास आघाडी (एमवीए) सरकार को गिराने के लिए हरसंभव रास्ता अख्तियार कर रही हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि काले धन, बड़े कर चोरों और बड़े उद्योगपतियों की जांच करने के बजाय प्रवर्तन निदेशालय और आयकर विभाग अपना राजस्व बढ़ाने के लिए राज्य में नेताओं के पीछे पड़े हैं। पाटिल ने कहा, ''देश के नागरिकों को इन छापों के पीछे भाजपा सरकार की मंशा का अब पता चल गया है।''
उन्होंने कहा कि राज्य में आगामी नगर निकाय और अन्य स्थानीय चुनावों में एमवीए के घटक दलों को एक साथ रखने के लिए हर प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा, ''कम से कम 90 प्रतिशत सीटों पर हमें यकीन है कि हम एक साथ लड़ेंगे जबकि बाकी की सीटों पर अगर कोई मसला होता है तो उचित समय पर अलग-अलग स्तरों पर उन्हें हल किया जाएगा। हम भविष्य में भी एक साथ रहना चाहते हैं।''