केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को अब मुंबई महानगरपालिका ने भेजा कारण बताओ नोटिस
महाराष्ट्र के दिग्गज बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री नारायण राणे (Narayan Rane) की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ गई हैं.
महाराष्ट्र के दिग्गज बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री नारायण राणे (Narayan Rane) की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ गई हैं. मुंबई महानगरपालिका (BMC) ने उन्हें अपने बंगले में अवैध निर्माण को लेकर कारण बताओ नोटिस (Show Cause Notice) भेजा है. इससे पहले बीएमसी के कुछ अधिकारी उनके जुहू स्थित बंगले 'अधीश' का निरीक्षण करने आए थे. उन्हें इनके बंगले में कुछ कंस्ट्रक्शन अवैध लगा है. इसी अवैध निर्माण से संबंधित मामले में उन्हें कारण बताओ नोटिस भेजा गया है. इस पर नारायण राणे का जवाब मांगा गया है. जवाब देने के लिए सात दिनों का समय दिया गया है. अब देखना यह है कि नारायण राणे इस नोटिस का क्या जवाब देते हैं.
इससे पहले शनिवार को नारायण राणे से मालवणी पुलिस स्टेशन में दिशा सालियन केस में उनके दिए गए बयान पर अपना स्टेटमेंट दर्ज करने के लिए बुलाया गया था. लेकिन उनसे 9 घंटे तक पूछताछ की गई. नारायण राणे ने बयान दिया था कि सुशांत सिंह राजपूत की मैनेजर रह चुकी दिशा सालियन ने आत्महत्या नहीं की, बल्कि तीन-चार लोगों ने रेप कर दिशा की हत्या की गई है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया था कि जहां दिशा सालियन की हत्या की गई वहां पर एक मंत्री भी अपने सुरक्षा रक्षकों के साथ मौजूद थे. नारायण राणे ने शनिवार को रात ग्यारह बजे पुलिस स्टेशन से पूछताछ होने के बाद मीडिया को बताया कि दिशा सालियन की मां ने पुलिस में मुंबई की मेयर और शिवसेना नेता किशोरी पेडणेकर के कहने पर शिकायत दर्ज करवाई है और वे अपने स्टेटमेंट पर कायम हैं. उन्होंने कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने दो बार फोन कर यह कहने के लिए मना किया था कि वे यह बयान ना दें कि दिशा की हत्या के वक्त वहां एक मंत्री मौजूद थे.
अवैध निर्माण पर मिला नोटिस, राणे को घेरने की शिवसेना की कोशिश
21 फरवरी के दिन नारायण राणे के मुंबई के जुहू में अधीश नाम के बंगले का निरीक्षण करने बीएमसी की टीम पहुंची थी. इस टीम में बीएमसी के नौ अधिकारी शामिल थे. इस टीम ने राणे के बंगले का दो घंटे तक निरीक्षण किया. इसके बाद राणे के अधीश बंगले में फ्लोर स्पेस इंडेक्स (FSI) का उल्लंघन पाया गया.राणे ने महानगरपालिका की इजाजत लिए बिना बंगले में कुछ मॉडिफिकेशन करवाए हैं, यह शिकायत आरटीआई कार्यकर्ता संतोष दौंडकर ने बीएमसी कमिश्नर इकबाल सिंह चहल को की थी. महानगरपालिका की टीम ने राणे के बंगले का निरीक्षण करने के बाद इससे संबंधित कुछ सवाल किए थे. बंगले के निरीक्षण के बाद इससे संबंधित रिपोर्ट कमिश्नर चहल के पास भेजी गई. इसके बाद राणे को कारण बताओ नोटिस थमाया गया है.