Maratha reservation: 27 सितंबर तक निषेधाज्ञा लागू, जारंगे की भूख हड़ताल जारी
Chhatrapati Sambhajinagar छत्रपति संभाजीनगर: महाराष्ट्र में मराठा, ओबीसी और अन्य समुदायों द्वारा आरक्षण को लेकर किए जा रहे आंदोलन के मद्देनजर बीड जिला प्रशासन ने 27 सितंबर तक निषेधाज्ञा लागू कर दी है। अधिकारियों ने गुरुवार को यह जानकारी दी।कार्यकर्ता मनोज जरांगे 16 सितंबर की मध्यरात्रि से जालना जिले के अंतरवाली सरती गांव में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) श्रेणी के तहत मराठा समुदाय को आरक्षण देने की मांग को लेकर अनिश्चितकालीन अनशन पर हैं।
ओबीसी नेता लक्ष्मण हेके ने गुरुवार को जालना के वादी गोदरी गांव में जरांगे के आंदोलन का मुकाबला करने और यह मांग रखने के लिए अनिश्चितकालीन अनशन शुरू किया कि उनके आरक्षण में बाधा न डाली जाए। बीड प्रशासन द्वारा गुरुवार को जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार, मराठा, ओबीसी और धनगर जैसे विभिन्न समुदायों के आंदोलन चल रहे हैं।
ऐसी संभावना है कि किसी भी छोटे कारण से कानून और व्यवस्था की समस्या उत्पन्न हो सकती है। विज्ञप्ति में कहा गया है, "इसलिए कानून और व्यवस्था बनाए रखने के लिए 14 से 27 सितंबर तक बीड में निषेधाज्ञा लागू की गई है।" विज्ञप्ति में कहा गया है कि आंदोलन या जुलूस के लिए पांच या अधिक व्यक्तियों का एकत्र होना संबंधित अधिकारियों की अनुमति के अधीन होगा। विज्ञप्ति में कहा गया है कि लोगों को किसी भी सार्वजनिक स्थान पर या उसके आस-पास हथियार, लाठी, तलवार, पत्थर, विस्फोटक ले जाने पर प्रतिबंध है। इसमें कहा गया है कि जिले में किसी भी आंदोलन की अनुमति अधिकारियों से आवश्यक अनुमति प्राप्त करने के बाद ही दी जाएगी।