महाराष्ट्र: विपक्षी गठबंधन 'इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव अलायंस' (इंडिया) की गुरुवार को मुंबई में तीसरी बैठक होने वाली है। पहले पटना और फिर बेंगलुरु में विपक्षी दलों के नेताओं की चर्चा हो चुकी है। अब गुरुवार को मुंबई में शुरू हो रही दो दिवसीय बैठक में विपक्ष एक समन्वय समिति तथा गठबंधन के 'लोगो' की घोषणा करेगा। इस बैठक के लिए तमाम दलों के नेता मुंबई पहुंच गए हैं। बैठक से पहले एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए महाराष्ट्र कांग्रेस चीफ नाना पटोले ने कहा कि जैसे-जैसे 'इंडिया' आगे बढ़ेगा, वैसे ही चाइना (चीन) पीछे हटेगा।
एमवीए की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने कहा, ''हमें बहुत खुशी है कि इंडिया गठबंधन की बैठक महाराष्ट्र में होने जा रही है...बेंगलुरु में, हम 26 (पार्टियां) थे, यहां यह 28 (पार्टियां) हो गए हैं...जैसे-जैसे 'इंडिया' बढ़ेगा, वैसा ही चीन पीछे हटेगा।'' मुंबई बैठक में विपक्षी नेता 2024 के लोकसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) का मुकाबला करने के लिए संयुक्त प्रचार रणनीति तथा अपने सदस्यों के बीच मतभेदों को हल करने पर चर्चा करेंगे। उनके गठबंधन के साझा न्यूनतम कार्यक्रम का मसौदा तैयार करने, देशभर में आंदोलन करने के लिए संयुक्त योजनाएं बनाने और सीटों के बंटवारे के लिए कुछ समितियों की घोषणा करने की भी संभावना है।
वहीं, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष शरद पवार ने कहा कि 31 अगस्त और एक सितंबर को विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' की तीसरी बैठक में 28 राजनीतिक दलों के 63 प्रतिनिधि शामिल होंगे। यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, पवार ने विश्वास जताया कि विपक्षी गठबंधन राजनीतिक परिवर्तन लाने के लिए एक मजबूत विकल्प प्रदान करेगा। पवार ने कहा कि 'इंडिया' में सीट बंटवारे पर कोई चर्चा नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि राकांपा को लेकर कोई भ्रम नहीं है। पिछले महीने महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार में शामिल हुए अपने भतीजे अजित पवार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा, ''छोड़कर जाने वालों को जनता सबक सिखाएगी।'' बसपा प्रमुख मायावती के बारे में पूछे जाने पर पवार ने कहा,“यह पता नहीं है कि वह किसके पक्ष में हैं। इससे पहले वह भाजपा के साथ बातचीत कर चुकी हैं।''
पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना (यूबीटी) अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा कि विभिन्न विचारधाराओं से जुड़े विपक्षी दलों के गठबंधन का एक साझा उद्देश्य लोकतंत्र की रक्षा करना है। विपक्षी गठबंधन 'इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इनक्लूसिव अलायंस' (इंडिया) की तरफ से प्रधानमंत्री पद के चेहरे पर, ठाकरे ने कहा, ''हमारे पास प्रधानमंत्री उम्मीदवार के लिए कई विकल्प हैं। लेकिन भाजपा के पास एक को छोड़कर क्या विकल्प है।'' इस सवाल पर कि 'इंडिया' का संयोजक कौन होगा, ठाकरे ने पूछा, ''राजग का संयोजक कौन है।'' पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक चव्हाण ने कहा कि 2019 में गैर-भाजपा दलों को 23 करोड़ मत मिले, जबकि भाजपा को 22 करोड़ वोट मिले। उन्होंने कहा, ''अगर हम मिलकर काम करें, हम जीत सकते हैं।''