महाराष्ट्र नव निर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे ने 3 मई मस्जिदों के पास लाउडस्पीकर के इस्तेमाल को लेकर दिया अल्टीमेटम
महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर विवाद के बीच पुलिस मस्तैद नजर आ रही है। पुलिस ने जानकारी दी कि मुंबई में संवेदनशील जगहों की पहचान की जा रही है।
महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर विवाद के बीच पुलिस मस्तैद नजर आ रही है। पुलिस ने जानकारी दी कि मुंबई में संवेदनशील जगहों की पहचान की जा रही है। महाराष्ट्र नव निर्माण सेना प्रमुख राज ठाकरे ने 3 मई मस्जिदों के पास लाउडस्पीकर के इस्तेमाल को लेकर अल्टीमेटम दिया है। इधर, राज्य में गृहविभाग का कहना है कि लाउडस्पीकर का उपयोग केवल अनुमति के बाद ही किया जा सकेगा।
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, मुंबई पुलिस ने गुरुवार को कहा कि वे किसी भी हालत से निपटने के लिए तैयार हैं। साथ ही उन्होंने बताया कि किसी भी घटनास्थल पर पुलिस 5 मिनट के भीतर पहुंच जाएगी। उन्होंने जानकारी दी कि मुंबई शहर के असुरक्षित और संवेदनशील इलाकों की पहचान की जा रही है और 24 घंटे गश्त जारी है।
मनसे ने ऐलान किया है कि 3 मई को अक्षय तृतीया के मौके पर पार्टी के कार्यकर्ता पूरे महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर का इस्तेमाल कर 'महाआरती' करेंगे। इससे पहले ठाकरे ने हिंदुओं को '3 मई तक इंतजार करने' और इसके बाद लाउडस्पीकर नहीं हटाने वाली मस्जिदों के सामने हनुमान चालीसा का पाठ करने के लिए कहा था। उन्होंने कहा था कि लाउडस्पीकर का मुद्दा धार्मिक नहीं सामाजिक है।उन्होंने यह भी कहा था कि पार्टी समाज की शांति भंग नहीं करना चाहती, लेकिन अगर लाउडस्पीकर का उपयोग जारी रहा तो मुसलमानों को भी प्रार्थनाएं सुननी होंगी।
मनसे को बताया 'फिदायीन'
गुरुवार को वंचित बहुजन अघाड़ी प्रमुख प्रकाश आंबेडकर ने मनसे की तुलना फिदायीन से कर दी। उन्होंने कहा, 'मनसे पार्टी फिदायीन की तरह काम कर रही है। जिस तरह फिदायीन को जिंदगियों और धमाकों की चिंता नहीं होती, मनसे भी उसी तरह राज्य में सांप्रदायिक हिंसा और दंगा फैलाना चाहती है। इसलिए उन्होंने मस्जिदों के सामने हनुमान चालीसा पढ़ने की चेतावनी दी है।'सोर्स Hindustan