नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी की पहली महिला निदेशक खोर्शेद पावरी का निधन
पुणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी की पूर्व निदेशक खोर्शेद एम पावरी का सोमवार को निधन हो गया।
पुणे स्थित नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी की पूर्व निदेशक खोर्शेद एम पावरी का सोमवार को निधन हो गया। वह 94 साल की थीं। खोर्शेद एम पावरी एनआईवी की पहली महिला निदेशक थीं। वह साल 1978 से लेकर 1988 तक इस पद पर रहीं। उनके निधन की जानकारी संस्थान की तरफ से दी गई।
उत्कृष्ट वायरोलॉजिस्ट
एनआईवी की तरफ से विज्ञप्ति में कहा गया उत्कृष्ट वायरोलॉजिस्ट खोर्शेद पावरी को मुख्य रूप से आंत में फैलने वाले वायरस के बारे में शोध करने की रुचि थी। उन्होंने हेपेटाइटिस ए, बी, और ई वायरस के संचरण को समझने और बच्चों में घातक गैस्ट्रोएंटेराइटिस बीमारी का पता लागने में काफी शोध किया था।
युवा वैज्ञानिकों की प्रेरणास्रोत
1927 में जन्मी डॉ. पावरी हमेशा से उच्च श्रेणी के शोध पर काम करने का विचार रखती थीं। यही कारण है कि वे युवा वैज्ञानिकों के लिए काफी पसंदीदा रहीं। विज्ञप्ति में कहा गया उन्होंने विश्व स्वास्थ्य संगठन सहित कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय समितियों में कार्य किया। वह कैबिनेट की वैज्ञानिक समिति और विश्व एड्स फाउंडेशन की भी सदस्य थीं।