Kerala केरल : यहां एक आधिकारिक विज्ञप्ति में बताया गया कि क्रिसमस के दिन तड़के केरल राज्य बाल कल्याण समिति के "अम्माथोटिल" (शिशु पालना) में तीन दिन की एक बच्ची मिली।
इसमें बताया गया कि इस साल तिरुवनंतपुरम 'अम्माथोटिल' में यह 22वां शिशु मिला है।
राज्य की स्वास्थ्य और महिला एवं बाल विकास मंत्री वीना जॉर्ज ने फेसबुक पर इस खबर को साझा करते हुए अपनी खुशी जाहिर की और लोगों से शिशु के लिए नाम सुझाने के लिए आमंत्रित किया, जिससे यह कार्यक्रम और भी यादगार बन गया।
केरल राज्य बाल कल्याण परिषद द्वारा संचालित 'अम्माथोटिल' कार्यक्रम परित्यक्त, बेसहारा या त्याग दिए गए बच्चों के लिए एक सुरक्षित स्थान प्रदान करता है। ये इलेक्ट्रॉनिक पालने सुनिश्चित करते हैं कि शिशुओं को बेहतर जीवन जीने का मौका दिया जाए।
'अम्माथोटिल' के माध्यम से पाए गए शिशुओं की देखभाल तिरुवनंतपुरम के थाइकॉड में एक अत्याधुनिक चाइल्डकेयर सेंटर में की जाती है।
यह केंद्र चौबीसों घंटे संचालित होता है, जिसमें दो डॉक्टर, आठ नर्सें और 76 देखभालकर्ता बच्चों की भलाई सुनिश्चित करते हैं।