नरबलि के लिए अगवा की गई बच्ची सही सलामत रिहाई
पिंपरी-चिंचवड (Pimpri-Chinchwad) और पुणे ग्रामीण पुलिस (Pune Rural Police) की सतर्कता और समय सूचकता से एक बड़ी अनहोनी टल गई
पिंपरी : पिंपरी-चिंचवड (Pimpri-Chinchwad) और पुणे ग्रामीण पुलिस (Pune Rural Police) की सतर्कता और समय सूचकता से एक बड़ी अनहोनी टल गई। नरबलि (Human Sacrifice) के लिए अगवा की गई एक 4 साल की बच्ची की सही सलामत रिहाई कराई गई। पुणे ग्रामीण की जुन्नर पुलिस (Junnar Police) ने इस मामले में एक दंपति को गिरफ्तार कर लिया है। आगे की कार्रवाई के लिए गिरफ्तार दंपति को पिंपरी-चिंचवड की चिखली पुलिस (Chikhali Police) के हवाले किया गया है। वहीं अगवा की गई बच्ची को उसके माता-पिता को सौंप दिया गया।
व्हाट्सएप के जरिए मिली तस्वीर से बच्ची की पहचान
पुणे ग्रामीण पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, पिंपरी-चिंचवड के चिखली से एक चार वर्ष की बच्ची का अपहरण किया गया था। जुन्नर पुलिस स्टेशन की सीमा में पेट्रोलिंग टीम को पिंपरी-चिंचवड पुलिस से इस अपहरण की जानकारी दी गई और यह भी बताया गया कि संदिग्ध आरोपियों का मोबाइल लोकेशन जुन्नर का दिखाई दे रहा है। इसके अनुसार पैट्रोलिंग टीम मोबाइल लोकेशन के अनुसार जुन्नर के पुराने बस अड्डे के पास के महादेवनगर पहुंची। लोकेशन के हिसाब से घर ढूंढ निकाला गया। तब वहां एक दंपति छोटी बच्ची के साथ पाए गए। व्हाट्सएप के जरिये मिली तस्वीर से बच्ची की पहचान करने के बाद उन्हें पुलिस स्टेशन लाया गया।
पड़ोस से बच्ची का अपहरण
पूछताछ में दंपति टालमटोल करती रही। हालांकि पुलिस को कुछ गड़बड़ी का अंदेशा हुआ। कड़ी पूछताछ में नरबलि के लिए बच्ची को अगवा किये जाने की चौंकाने वाली जानकारी सामने आयी। आरोपी दंपति की पहचान विमल संतोष चौगुले (28) और संतोष मनोहर चौगुले (41, निवासी महादेवनगर, जुन्नर, पुणे) के रूप में हुई। यह दंपति बच्ची चिखली में जहां विमल की बहन रहती है, के पड़ोस से अगवा कर ले आई है। यह भी उन्होंने पुलिस को बताया। तदनुसार जुन्नर पुलिस ने पिंपरी-चिंचवड पुलिस के एंटी डकैती दस्ते को हिरासत में ली गई दंपति और अपहृत बच्ची को सौंप दिया। बच्ची को उसके माता-पिता के हवाले किया गया। इस प्रकार से पुलिस की सतर्कता से एक बड़ी अनहोनी टल सकी है।