भूस्खलन के बाद चार लोगों की मौत, 30 से अधिक परिवारों के फंसे होने की आशंका
महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के एक गांव में भूस्खलन के बाद चार लोगों की मौत हो गई। मुंबई, 20 जुलाई (भाषा) महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के एक गांव में भूस्खलन के बाद चार लोगों की मौत हो गई। एक अधिकारी ने गुरुवार को यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि एनडीआरएफ की दो टीमें घटनास्थल पर पहुंच गई हैं और भूस्खलन में कम से कम 50 परिवारों के फंसे होने की आशंका है।
अधिकारी ने कहा, तलाश एवं बचाव अभियान जारी है।
मंत्री उदय सामंत ने कहा कि 25 लोगों को बचाया गया, जिनमें से चार को मृत घोषित कर दिया गया। उन्होंने बताया कि बाकी 21 लोगों को नवी मुंबई के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे घटनास्थल पर पहुंचे और बचाव कार्य में लगे कर्मियों से बात की।
अधिकारी ने बताया कि भूस्खलन बुधवार रात करीब 11 बजे मुंबई से करीब 70 किलोमीटर दूर खालापुर तहसील के इरशालवाड़ी गांव में हुआ।
यह गांव माथेरान और पनवेल के बीच स्थित इरशालगढ़ किले के पास स्थित है। यह किला प्रबलगढ़ का एक सहयोगी किला है।
इरशालवाड़ी एक आदिवासी गांव है जहां पक्की सड़क नहीं है। मुंबई-पुणे राजमार्ग पर चौक गांव निकटतम शहर है।
जिला प्रशासन ने खोज और बचाव कार्यों में मदद के लिए ट्रेकर्स समूहों से अनुरोध किया है।
30 जुलाई 2014 को पुणे जिले की अंबेगांव तहसील के मालिन गांव में हुए भूस्खलन के बाद यह महाराष्ट्र में सबसे बड़ा भूस्खलन है।
भारी भूस्खलन ने लगभग 50 परिवारों वाले पूरे आदिवासी गांव को निगल लिया था। जब बचाव अभियान रोक दिया गया तो मरने वालों की अंतिम संख्या 153 थी। पुराने गाँव में स्कूल भवन के अलावा कुछ भी नहीं बचा है।