नाशिक। महाराष्ट्र के नासिक के प्रसिद्ध त्र्यंबकेश्वर मंदिर (Trimbakeshwar Temple) में कुछ गैर-हिंदू लोगों के जबरन घुसने का वीडियो सामने आया था। घटना 13 मई की है। मामले में मंदिर ट्रस्ट की ओर से एक शिकायत अर्जी त्र्यंबकेश्वर पुलिस स्टेशन में दी गई है। घटना का वीडियो सामने आने के बाद महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) ने एक SIT बनाकर जांच के आदेश भी दिए हैं। नासिक रेंज आईजी शेखर पाटिल ने मंदिर परिसर में आकर ट्रस्ट के सीसीटीवी फुटेज चेक कर आगे की कार्रवाई के संकेत दिए। मंदिर की सुरक्षा की भी जांच की। साथ ही संदल आयोजक से भी मुलाकात की। आईजी ने मीडिया से कहा कि इस पर हम जांच के बाद बात करेंगे। पुलिस प्रशासन जल्द ही इस मामले में जांच कर FIR दर्ज करने वाली है।
"संदल मंदिर के सामने से गुजरता है
संदल के आयोजकों में से एक मतीन सय्यद का दावा है कि वो लोग लोभान दिखाने हर साल आते हैं। उन्होंने कहा कि दरगाह है, वोत्र्यंबकेश्वर मंदिर जब से बना तब से है और तब से हमलोग संदल निकालते हैं और मंदिर के सामने से गुजरता है। भगवान का जो उत्तर दरवाजा है, उसकी सीढ़ी से हम लोभान भगवान को दिखाते हैं और आगे निकल जाते हैं।
"संदल जुलूस वालों का मंदिर में आने का कोई जिक्र नहीं"
दूसरी ओर ट्रस्टी प्रशांत गैधानी का कहना है, "संदल जुलूस वालों का मंदिर में आने का कोई जिक्र नहीं है। साल में उनके दो-तीन जुलूस निकलते हैं। अनेक हिंदू भाई भी उनके जुलूस में शामिल होते हैं, लेकिन मंदिर में इन लोगों के आने का कोई तुक नहीं बनता, जो भी पालकी आती है उसका जिक्र ट्रस्ट की डायरी में किया गया है। यदि ऐसा होता, तो ट्रस्ट की डायरी में भी इसका जिक्र किया गया होता या हम खुद भी उसका जिक्र करते कि जुलूस का हम स्वागत करते हैं। सीढ़ी तक क्या, बल्कि ट्रस्ट के मंदिर परिसर में जाने का कोई अधिकार नहीं है और कोई कारण भी नहीं है।"
12 ज्योतिर्लिंगों में से एक त्रयंबकेश्वर मंदिर
बता दें कि त्रयंबकेश्वर मंदिर भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों (12 Jyotirlingas) में से एक है। मंदिर ट्रस्ट के एक अधिकारी ने सोमवार को बताया कि त्रयंबकेश्वर मंदिर में विशेष समूह के लोग जबरन घुसने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन वहां मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने कोशिश को नाकाम कर दिया। मंदिर प्रबंधन के अनुसार इसमें केवल हिंदुओं को प्रवेश करने की अनुमति है।
मंदिर ट्रस्ट ने पुलिस से की शिकायत
मंदिर ट्रस्ट ने इस मामले की पुलिस को शिकायत दी थी। इस घटना के कुछ वीडियो क्लिप सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो गए। देवेंद्र फडणवीस के कार्यालय ने एक बयान में कहा कि अतिरिक्त महानिदेशक (एडीजी) रैंक का एक अधिकारी एसआईटी का प्रमुख होगा।
एडीजी अधिकारी होंगे एसआईटी प्रमुख
बयान में कहा गया है कि एसआईटी न केवल इस घटना की जांच करेगी, बल्कि इसी तरह की एक और घटना की भी जांच करेगी जो पिछले साल इसी मंदिर में हुई थी। फडणवीस ने बयान में कहा कि कुछ समुदाय का प्रतिनिधित्व करने वाला एक समूह मंदिर में प्रवेश कर गया था। मामले की जांच की जाएगी।