पिता के पास नहीं थे बेटे के कफन के लिए पैसे, कर ली आत्महत्या

देश को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है.

Update: 2021-08-25 09:30 GMT
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पालघर. महाराष्‍ट्र (Maharashtra) के पालघर (Palghar) के मोखाडा इलाके में देश को शर्मसार करने वाली घटना सामने आई है. यहां पर एक पिता जब अपने बेटे के कफन की कीमत नहीं चुका पाया तो उसने फांसी लगाकर अपनी जान (Suicide) दे दी. बंधुआ मजदूरी से तंग आकर व्यक्ति की आत्‍महत्‍या का मामला सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद अब पुलिस हरकत में आ गई है और घटना के एक महीने बाद आरोपियों के खिलाफ विभिन्‍न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. बता दें कि आरोपी शख्‍स को पुलिस पकड़कर कोर्ट ले गई जहां उसे जमानत पर रिहा कर दिया गया है. आरोपी शख्‍स एनसीपी का पदाधिकारी है.

जानकारी के मुताबिक मोखाडा के आस गांव में कालू धर्मा पवार (48) अपने परिवार के साथ रहता था. पिछले साल नवंबर में उसका 14 साल का बेटा दत्तू पवार कातकरी वाडी गांव की पहाड़ी से गिर पड़ा और उसकी मौत हो गई. कालू धर्मा पवार के पास इतना भी पैसा नहीं था कि वह बेटे के लिए कफन ले सकता. इसलिए उसने गांव के रामदास अंबू कोरदे से 500 रुपये उधार लिए थे.
बेटे का अंतिम संस्‍कार करने के बाद कालू धर्मा दिन रात मेहनत कर रहा था इसके बावजूद वह रामदास के पैसे नहीं लौटा सका. पैसे न लौटा पाने पर रामदास ने उसे अपने घर में मजदूरी के लिए बुला लिया. कालू की पत्‍नी का आरोप है कि रामदास सुबह से रात तक कालू धर्मा से काम करवाता था और उसे सिर्फ एक वक्त का ही खाना देता था. पत्‍नी ने बताया कि कालू जब उससे अपनी मेहनत का पैसा मांगता तो वह उसे मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित करता. इसी वजह से पवार ने तंग आकर 13 जुलाई को फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली.
पत्‍नी ने बताया कि पति की मौत के बाद वह न्‍याय के लिए पुलिस थाने का चक्‍कर लगाती रही लेकिन किसी ने भी उसकी मदद नहीं की. बाद में कालू की मौत की घटना सोशल मीडिया पर वायरल हो गई. जिसे देखने के बाद पुलिस हरकत में आई और उसने मामला दर्ज कर 22 अगस्त को आरोपी रामदास कोरडे को गिरफ्तार कर लिया. हालांकि कोर्ट में पेश होने के बाद रामदास को जमानत पर रिहा कर दिया गया.


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