एकनाथ शिंदे ने विधानसभा में घोषणा करते हुए कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने दही हांडी को 'साहसिक खेल' का दर्जा देने का किया फैसला
कोरोनोवायरस से संबंधित सभी प्रतिबंधों को हटाए जाने के बाद ‘दही हांडी’ उत्सव महाराष्ट्र में बड़े पैमाने पर मनाये जाने की संभावना है
कोरोनोवायरस से संबंधित सभी प्रतिबंधों को हटाए जाने के बाद 'दही हांडी' उत्सव महाराष्ट्र में बड़े पैमाने पर मनाये जाने की संभावना है. राज्य में जगह जगह भक्तों के समूह दही से भरी हुई मटकी फोड़ने को लेकर चर्चा में रहते हैं. इस बार महाराष्ट्र की बहुचर्चित दही हांडी प्रतियोगिता में लाखों रूपए के इनाम से लेकर विदेश की यात्रा करने तक का मौका जीतने वाले समूहों को प्राप्त होगा.
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने गुरुवार को विधानसभा में घोषणा की कि महाराष्ट्र सरकार ने दही हांडी को 'साहसिक खेल' का दर्जा देने का फैसला किया है. भगवान श्रीकृष्ण के जन्म का जश्न मनाने के लिए आयोजित दही हांडी कार्यक्रमों में शामिल होने वाले यह युवा प्रतिभागी अब सरकारी नौकरियों में खेल कोटा से भर्ती होने के लिए मान्य होंगे. शिंदे सरकार की इस घोषणा से दही हांड़ी कार्यक्रम अब अधिक जोशीले अंदाज में मनाया जा रहा है.
55 लाख रुपये का इनाम
दो साल बाद हो रहे इस आयोजन में इनाम राशि 55 लाख रूपए तक पहुंच गई है. महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) ने इस साल कुल 55 लाख रुपये की पुरस्कार राशि की घोषणा की है. मनसे के ठाणे और पालघर के अध्यक्ष अविनाश जाधव ने कहा कि विजेता को पार्टी द्वारा आयोजित कार्यक्रम में 11 लाख रुपये मिलेंगे. विश्व रिकॉर्ड की बराबरी करने या तोड़ने वाली टीम को स्पेन जाने का मौका मिलेगा.
300 जगहों पर बीजेपी की आयोजन
बीजेपी ने शिवसेना के गढ़ में खुद को मजबूत करने के लिए पूरे मुंबई में 300 से अधिक दही हांडी कार्यक्रम आयोजित करने का फैसला किया है. सबसे बड़ा आयोजन आदित्य ठाकरे के गृह क्षेत्र वर्ली के जंबोरी मैदान में होगा. इस बीच शिवसेना ने अपने सेना भवन मुख्यालय के सामने 'निष्ठा दही हांडी' का आयोजन किया है.
आदित्य ठाकरे अपनी पार्टी के नेताओं द्वारा आयोजित दही हांडी का दौरा करेंगे और सीएम शिंदे भी राजनीतिक दही हांडियों का दौरा करते नजर आएंगे. स्वामी प्रतिष्ठान ने भी अपने आयोजन के लिए कुल पुरस्कार राशि में 51 लाख रुपये की घोषणा की, जहां विजेता को 11 लाख रुपये मिलेंगे