धनबाद: झारखंड में धनबाद के जज उत्तम आनंद की मौत की गुत्थी सुलझने का नाम नहीं ले रही है. उत्तम आनंद की मौत एक ऑटो से टक्कर के बाद हुई थी. ये हादसा तब हुआ, जब वे सुबह जॉगिंग करके अपने घर वापस आ रहे थे. 28 जुलाई, 2021 की इस घटना के CCTV फुटेज के वायरल होने के बाद हंगामा मच गया था.
दरअसल, इस फुटेज में साफ दिख रहा था कि जज कैसे सड़क के एक कोने में जॉगिंग करके वापस अपने घर की तरफ बढ़ रहे थे. इतने में रणधीर वर्मा चौक धनबाद की तरफ से आ रहे ऑटो ने जान-बूझकर अपना रास्ता बदला और पीछे से उन्हें टक्कर मारकर निकल गया.
इसको लेकर 302 का मामला दर्ज किया गया था. जांच के लिए एसआईटी का गठन हुआ, लेकिन दो आरोपियों की गिरफ्तारी के बावजूद पुलिस के हाथ कुछ खास नहीं लगा. उसके बाद मामला सीबीआई को सौंप दिया गया. सीबीआई ने चार्जशीट भी दाखिल की, लेकिन कोर्ट की फटकार के बाद भी मामला लॉजिकल एन्ड तक नहीं पहुंच पा रहा है. लिहाजा सीबीआई ने फिर से आरोपियों की रिमांड कोर्ट से ली है, जो 6 दिसंबर से शुरू हो जाएगी.
दरअसल, जज उत्तम आनंद की मौत का मामला सुलझा नहीं है. मामले को सुलझाने के लिए सीबीआई एक बार फिर से आरोपियों का नार्को और ब्रेन मैपिंग टेस्ट करवाएगी. सीबीआई ने एक बार फिर से जेल में बंद आरोपी लखन वर्मा और राहुल वर्मा के नार्को, ब्रेन मैपिंग समेत चार टेस्ट करवाने के लिए कोर्ट से इजाजत मांगी थी. सीबीआई ने विशेष न्यायाधीश रजनीकांत पाठक की अदालत में आवेदन देकर दोनों को टेस्ट के लिए गुजरात के गांधी नगर ले जाने की इजाजत की मांगी की थी. इस पर अदालत ने CBI को 6 दिसंबर से 29 दिसंबर तक नार्को और अन्य टेस्ट कराने की स्वीकृति दे दी.