महाराष्ट्र में एक सप्ताह में दोगुना हो गए कोरोना केस, मानसून में आएगी मुसीबत, जानें कैसे
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महाराष्ट्र में कोरोना केस एक बार फिर टेंशन बढ़ा रहे है. यहां पिछले सप्ताह से लगातार कोरोना केसों में बढ़ोतरी देखी जा रही है. राज्य में रोजाना नए केसों की औसतन संख्या एक हजार से ज्यादा हो गई है. शनिवार को प्रदेश में बीते 24 घंटे में कोरोना के 1357 नए केस सामने आए. इनमें से सिर्फ मुंबई में 889 मरीज मिले हैं और एक मरीज की मौत भी हो गई है. एक्सपर्ट का कहना है कि कोरोना केसों के लगातार बढ़ने की वजह मानसून भी हो सकता है.
इससे पहले शुक्रवार को महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 1,134 नए केस मिले थे. तीन मरीजों की कोरोना से मौत भी हुई थी. वहीं, गुरुवार को कोरोना के मामलों की संख्या 1045 थी. जबकि 28 मई को राज्य में 24 घंटे में कोरोना के 529 नए केस मिले थे. प्रदेश में कोरोना के एक्टिव केस 5888 हो गए हैं. जबकि राज्य में रिकवरी रेट 98.05 फीसदी बना हुआ है.
महाराष्ट्र में जिस तेजी से कोरोना केस मिल रहे हैं. उसे लेकर एक्सपर्ट्स तक चिंता जता चुके हैं. राज्य सरकार ने भी प्रदेशवासियों को मास्क लगाने की सलाह दी है. महाराष्ट्र में हाल ही में कोरोना के सब-वेरिएंट BA.4 और BA.5 वाले मरीज मिले हैं. राज्य सरकार का कहना है कि प्रदेश के 9 जिलों में कोरोना केसों की संख्या में तेजी देखी जा रही है. इनमें मुंबई, ठाणे, पुणे, रायगढ़ और पालघर जिला शामिल है. लगातार केस बढ़ने से राज्य में कुछ ही दिन में एक्टिव केसों की संख्या सात गुना बढ़ गई है.
राज्य में एक सप्ताह में दोगुना केस बढ़ गए
महाराष्ट्र में कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी को देखते हुए केंद्र सरकार भी चिंता जता चुका है. 3 जून को स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने तमिलनाडु, केरल, तेलंगाना, कर्नाटक और महाराष्ट्र सरकार को पत्र लिखकर कहा था कि यहां कोरोना के नए केस में बढ़ोतरी देखी जा रही है. महाराष्ट्र में 3 जून को समाप्त हुए सप्ताह में 4 हजार 883 नए केस दर्ज किए गए थे. जबकि 27 मई को समाप्त हुए सप्ताह में राज्य में कोरोना के 2 हजार 471 नए केस मिले थे. यानी एक सप्ताह के अंदर ही राज्य में कोरोना के दोगुना केस बढ़ गए. केंद्र की तरफ से इन राज्यों को सावधान रहने के निर्देश दिए गए हैं.
मुंबई में लगातार रफ्तार पकड़ रहा कोरोना
मुंबई में भी कोरोना केसों में रिकॉर्ड उछाल देखने को मिल रहा है. यहां चार महीने बाद एक दिन में कोरोना के 889 केस मिले हैं. इससे पहले 1 जून को 739, 2 जून को 704, 3 जून को 763 मरीज मिले थे. जबकि 31 मई को मुंबई में कोरोना के 506 मरीज मिले थे.
ओमिक्रॉन के सबवैरिएंट के मरीज भी मिले
राज्य में ओमिक्रॉन के सबवैरिएंट B.A. 4 और B.A.5 के मरीज भी मिले हैं. बताते चलें कि ओमिक्रॉन के नए सबवैरिएंट बहुत तेजी से फैलते हैं. बीती 28 मई को B.A. 4 के चार मरीज और B.A. 5 के 3 मरीज थे. सब वैरिएंट का कुल आंकड़ा 7 पर पहुंच गया. राहत की बात ये है कि किसी में भी गंभीर लक्षण दिखाई नहीं दिए. संक्रमित मरीजों में दो की उम्र 50 साल से ज्यादा बताई गई है. दो मरीज 20 से 40 साल की उम्र के बीच के हैं, लेकिन एक मरीज 10 साल से कम उम्र का है. इस बच्चे ने कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज ले रखी हैं.
मानसून में बदलाव से बढ़ सकता है प्रकोप
बॉम्बे अस्पताल के डॉ. गौतम भंसाली ने मुंबई में कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी को लेकर कहा था कि अभी चौथी लहर जैसा खतरा तो नहीं है. हालांकि, मानसून में बदलाव होने की वजह से वायरल का प्रकोप भी हो सकता है. लेकिन हम सभी को याद रखना होगा कि महामारी का खतरा अभी टला नहीं है. सभी को सतर्क रहने की जरूरत है. एहतियात के तौर पर बूस्टर डोज भी लगवानी जरूरी है. जिस तरह से वैक्सीनेशन की वजह से ओमिक्रॉन का संकट टल गया, उसी तरह अगर चौथी लहर आती है तो बूस्टर डोज से इसका खतरा टल जाएगा.
सीएम ठाकरे ने भी दी थी चेतावनी
बीते दिनों मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भी कोविड टास्क फोर्स के साथ बैठक की थी. इसमें उन्होंने टीम को अगले 15 दिनों तक राज्य में कोरोना के मामलों पर नजर रखने के निर्देश दिए थे. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा था कि अगर राज्य के लोगों को किसी भी तरह के प्रतिबंधों से बचना है तो कोरोना नियमों के साथ-साथ मास्क का प्रयोग करें. उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को भी निर्देश दिए थे कि अस्पताल, बेड और ऑक्सीजन की उपलब्धता की समीक्षा कर लें. इससे पहले BMC ने कोविड संक्रमण के लगातार बढ़ रहे खतरे को लेकर चिंता जाहिर की थी. बीएमसी की ओर से कहा गया था कि सितंबर में कोरोना के मरीजों के ग्राफ में इजाफा हो सकता है.