मुंबई। ओबीसी और मराठा आरक्षण मुद्दे पर उपमुख्यमंत्री अजित पवार (Ajit Pawar) और मंत्री छगन भुजबल (Chhagan Bhujbal) के बीच विवाद हुआ है पिछले दो दिन से ऐसी चर्चा चल रही है विवाद की चर्चा पर शनिवार को छगन भुजबल ने सफाई दी है. भुजबल ने कहा कि ओबीसी आरक्षण को लेकर अजित पवार और हमारे बीच कोई विवाद नहीं है.विवाद की जो चर्चा चल रही है वो गलत है.उन्होंने कहा कि यह सही है कि ओबीसी आरक्षण में मराठा समाज को आरक्षण नहीं मिलना चाहिए यह हमारी मांग है.मराठा समाज को ओबीसी समाज का जाति प्रमाण पत्र बांटा जा रहा है उसका मैं विरोध करता हूँ लेकिन आरक्षण के मुद्दे पर अजित पवार के साथ हमारी कोई नोक -झोंक नहीं हुई है.बता दें कि शुक्रवार को सह्याद्रि गेस्ट हाउस में मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में ओबीसी समाज आरक्षण को लेकर बैठक आयोजित की गई थी इस बैठक में ओबीसी आरक्षण के हिसाब से छगन भुजबल ने आंकड़े पेश किए. लेकिन, अजित पवार को ये आंकड़े अस्वीकार्य थे. बताया गया कि इसी बात को लेकर उनके बीच नोक -झोंक भी हो गया। राज्य में हुई नौकरी भर्ती में दलित,ओबीसी, ट्राइबल और ओपन कैटेगरी में कैसे और कितनी भर्ती हुई इसका प्रतिशत प्रस्तुत किया गया. लेकिन, अजित पवार को सचिव ने गुमराह कर दिया। भुजबल ने कहा, हमारी कोई आंतरिक लड़ाई नहीं है।