UP पहुंची महाराष्ट्र की लड़ाई, राज ठाकरे के अयोध्या दौरे पर भिड़े BJP के 2 सांसद

भारतीय जनता पार्टी (BJP) का दावा है कि अयोध्या में भगवान श्रीराम का मंदिर उनके लिए आस्था का मुद्दा है

Update: 2022-05-11 17:53 GMT

Two BJP MP's Clash Over Raj Thackeray Visit: भारतीय जनता पार्टी (BJP) का दावा है कि अयोध्या में भगवान श्रीराम का मंदिर उनके लिए आस्था का मुद्दा है राजनीति का नहीं. पूरे देश में बीजेपी ने इस मुद्दे को मजबूती से थामे रखा, लेकिन महाराष्ट्र में बड़े भाई की भूमिका में होने की वजह से लंबे समय तक हिंदुत्व और राम मंदिर (Ram Temple) का मुद्दा ठाकरे परिवार के हाथ में रहा. हालांकि, अब राजनीतिक परिस्थितियां बदल चुकी हैं. ठाकरे परिवार में भी टूट हो चुकी है, शिवसेना (Shiv Sena) और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) दो अलग पार्टियां बन चुकी हैं. जहां शिवसेना का नेतृत्व उद्धव ठाकरे और एमएनएस को राज ठाकरे लीड करते हैं. राज ठाकरे (Raj Thackeray) ने अयोध्या दौरे का ऐलान किया है और इसको लेकर बीजेपी के दो सांसद आपस में भिड़ गए हैं.

महाराष्ट्र की राजनीति ने यूपी के सामने खड़ी की मुश्किलें
बता दें कि बाला साहेब ठाकरे के बेटे उद्धव ठाकरे कांग्रेस और शरद पवार के साथ मिलकर महाराष्ट्र में सरकार चला रहे हैं तो वहीं लंबे अर्से पहले शिवसेना से अलग हो चुके बाला साहेब ठाकरे के भतीजे राज ठाकरे लाउडस्पीकर और हनुमान चालीसा के मुद्दे पर महाराष्ट्र की ठाकरे सरकार को घेरने की कोशिश कर रहे हैं. सैद्धांतिक तौर पर बीजेपी हनुमान चालीसा के लिए आंदोलन कर रहे राज ठाकरे और महाराष्ट्र के अमरावती से निर्दलीय सांसद नवनीत राणा के साथ ही खड़ी नजर आ रही है. लेकिन महाराष्ट्र की राजनीति ने उत्तर प्रदेश में उसके सामने नई तरह की मुश्किलें खड़ी कर दी हैं, जहां राज ठाकरे के मसले पर पार्टी के दो सांसद आमने-सामने आ गए हैं.
बीजेपी के दो सांसद आपस में भिड़े
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष राज ठाकरे के अयोध्या दौरे को लेकर बीजेपी के ही दो सांसद आपस में भिड़ गए हैं. बीजेपी के एक सांसद ने राज ठाकरे को अयोध्या में किसी भी कीमत पर नहीं घुसने देने का ऐलान कर दिया है तो वहीं बीजेपी के दूसरे सांसद ने राज ठाकरे का अयोध्या में स्वागत करने का ऐलान किया है.
बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने किया ये ऐलान
उत्तर प्रदेश के कैसरगंज से बीजेपी लोक सभा सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने पिछले सप्ताह 5 मई को ही यह ऐलान कर दिया था कि वो एमएनएस मुखिया राज ठाकरे को अयोध्या में नहीं घुसने देंगे. उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी राज ठाकरे से मुलाकात नहीं करने की सलाह दी थी. बृजभूषण शरण सिंह ने कहा था कि भगवान राम भी उत्तर भारतीय थे और राज ठाकरे ने भगवान राम के वंशजों, उत्तर भारतीयों के साथ दुर्व्यवहार किया. इसलिए जब तक राज ठाकरे भगवान राम के वशंजों से और उत्तर भारतीयों से अपने दुर्व्यवहार के लिए माफी नहीं मांगेंगे तब तक वे उन्हें अयोध्या में नहीं घुसने देंगे.
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