1 लाख से अधिक अवैध नल कनेक्शन
महानगरपालिका की आम सभा में कई बार अवैध नल कनेक्शन का मुद्दा छाया रहा। पदाधिकारी और नगरसेवक अवैध नल कनेक्शन को लेकर अधिकारियों पर ठिकरा फोड़ते रहे। परंतु, शहर के कई इलाकों में परिसर के नगरसेवक के आशीर्वाद से ही नागरिकों ने हजारों अवैध नल कनेक्शन लिए है। महानगरपालिका सूत्रों की माने तो शहर में 1 लाख से अधिक अवैध नल कनेक्शन है। ग्रीष्मकालीन मौसम के दरमियान बीते दो महीने से शहर में निर्माण हो रही पेयजल आपूर्ति की समस्याओं से लोगों को राहत दिलाने के लिए महानगरपालिका कमिश्नर और प्रशासक आस्तिककुमार पांडेय ने मुख्य लेखाधिकारी संतोष वाहुले को अवैध नल कनेक्शन ढूंढ निकालने की जिम्मेदारी सौंपी। इन अवैध नल कनेक्शन के चलते ही जिन लोगों ने इन लीगल कनेक्शन लिया है, उन्हें पेयजल समस्या का सामना करना पड़ रहा है। इसका एक मात्र हल अवैध नल कनेक्शन बंद करना है। यह बात प्रशासक पांडेय ने जानी और उन्होंने महानगरपालिका के मुख्य लेखाधिकारी संतोष वाहुले को अवैध नल कनेक्शन ढूंढ निकालकर उन्हें कट करने के आदेश दिए है।
ढूंढ निकाले 800 अवैध नल कनेक्शन
महानगरपालिका सूत्रों ने बताया कि मुख्य लेखाधिकारी संजय वाहुले ने पेयजल आपूर्ति विभाग के इंजीनियरों के साथ पडेगांव, गादिया विहार, त्रिशरण चौक और शाहनुरवाडी परिसर का दौरा कर करीब 800 अवैध नल कनेक्शन ढूंढ निकाले। वाहुले ने बताया कि सोमवार से उन सभी अवैध नल कनेक्शन को तोड़ने की मुहिम शुरु की जाएगी। बता दे कि शहर में बीते दो महीने से शहर में पेयजल आपूर्ति को लेकर नागरिक कई समस्याओं का सामना कर रहे है। प्रशासन द्वारा भरपूर प्रयास करने के बाद मई महीने के एंड में नागरिक पेयजल आपूर्ति की समस्याओं से मामूली राहत पाए है। पेयजल समस्याओं के निराकरण के लिए प्रशासक आस्तिककुमार पांडेय ने महानगरपालिका के सभी विभाग प्रमुखों को विविध जिम्मेदारियां सौंपी है। हर जोन के लिए एक अभिभावक अधिकारी की नियुक्ति की है। इसके अलावा मुख्य लेखाधिकारी संतोष वाहुले को पेयजल आपूर्ति के पाइप लाइन पर स्थित सभी नल कनेक्शन के जांच के आदेश गत सप्ताह दिए थे। इस आदेश पर वाहुले ने अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभाते हुए चार दिन पूर्व भावसिंग पुरा में करीब 200 अवैध कनेक्शन ढूंढ निकाले। वहीं, शहर के अलग-अलग इलाकों से 800 से अधिक कनेक्शन ढूंढ निकाले। प्रशासक पांडेय ने वाहुले पर अनाधिकृत नल कनेक्शन ढूंढ कर उन्हें कट करना, अवैध नल कनेक्शन जोडने वाले प्लंबर पर मामले दर्ज करना, नए अवैध नल कनेक्शन ना हो, इस पर विशेष लक्ष्य केन्द्रीत कर उसका नियोजन करना यह जिम्मेदारी सौंपी। यह जिम्मेदारी वाहुले बखूबी निभाने में कामयाब हो रहे है।