हत्या की गुत्थी को पिंपरी-चिंचवड पुलिस के एंटी गुंडा स्क्वाड ने सुलझा
करीबन डेढ़ सप्ताह पहले भोसरी में महिला दुकानदार (Female Shopkeeper) की हुई हत्या (Murder) की गुत्थी को पिंपरी-चिंचवड पुलिस (Pimpri-Chinchwad Police) के एंटी गुंडा स्क्वाड ने सुलझा लिया है
पिंपरी : करीबन डेढ़ सप्ताह पहले भोसरी में महिला दुकानदार (Female Shopkeeper) की हुई हत्या (Murder) की गुत्थी को पिंपरी-चिंचवड पुलिस (Pimpri-Chinchwad Police) के एंटी गुंडा स्क्वाड ने सुलझा लिया है। यह वारदात लूटपाट के इरादे से किये जाने की जानकारी सामने आयी है। इस मामले में पुलिस ने 250 सीसीटीवी फुटेज खंगालकर शिरूर तालुका के कारेगांव से आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। उसने वारदात स्वीकार कर ली है। उसका नाम रामकिशन शंकर शिंदे (24, निवासी कारेगांव, शिरूर, पुणे, मूल निवासी हिंगोली) है। उस पर 16 अगस्त की सुबह भोसरी में लांडेवाडी पूजा ब्रजकिशोर प्रसाद (31, निवासी भोसरी, पुणे) की हत्या का आरोप दर्ज है।
पुलिस ने चाकन इलाके के 250 सीसीटीवी फुटेज खंगाले
क्राइम ब्रांच के पुलिस उपायुक्त डॉ. काकासाहेब डोले ने एक संवाददाता सम्मेलन में इसकी जानकारी देते हुए बताया कि, यह हत्या भले ही दिन में हुई हो, लेकिन पुलिस को आरोपी के बारे में कोई सुराग नहीं मिल पाया था। इसके लिए क्राइम ब्रांच और एंटी-गुंड स्क्वॉड की दो टीमें भी जांच में जुटी थीं। आरोपी की तलाश में पुलिस ने पिछले दस दिनों में चाकन इलाके के 250 सीसीटीवी फुटेज खंगाले। नागरिकों से बातचीत कर संदिग्ध की फोटो दिखाकर जांच शुरू की। इसी दौरान पता चला कि भोसरी के आरोपी ने रंजनगांव पुलिस स्टेशन के अंतर्गत ब्यूटी पार्लर चलाने वाली महिला से मोबाइल फोन और दस हजार रुपए की नगदी चोरी कर ली। सीसीटीवी फुटेज ने भी इसकी पुष्टि हुई है।
जैसे-जैसे जांच तेज हुई पुलिस ने स्थानीय निवासियों से पूछताछ शुरू की और जानकारी मिली कि फोटो में दिख रहा व्यक्ति खंडोबा मंदिर के पीछे खड़ा है। पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। उसने पुलिस को यह भी बताया कि यह वारदात उसने लूटपाट के इरादे से की है क्योंकि उसे पैसों की बेहद जरूरत थी। गिरफ्तार आरोपी के खिलाफ ठाणे शहर पुलिस में लूटपाट का एक और धोखाधड़ी के दो मामले दर्ज रहने की बात भी सामने आयी है। इस पूरी वारदात को सुलझाने में एंटी गुंडा स्क्वाड के प्रमुख सहायक पुलिस निरीक्षक हरीश माने, पुलिस कर्मचारी प्रविण तापकीर, सोपान ठोकल, विक्रम जगदाले, गंगाराम चव्हाण, गणेश मेदगे, विजय गंभिरे, सुनिल चौधरी, मयुर दलवी, नितीन गेंगजे, शाम बाबा, विजय तेलेवार, रामदास मोहिते, ज्ञानेश्वर गिरी, शुभम कदम और तौसीफ शेख की टीम ने हिस्सा लिया।