अकोला. पशुपालन आयुक्त सचिन्द्र प्रताप सिंह ने सोमवार को अकोट तहसील का दौरा किया और जिले में जानवरों में लम्पी स्किन डिजीज के प्रकोप के संबंध में उपायों की समीक्षा की. इस रोग नियंत्रण के लिए आवश्यक उपाय करें, यह निर्देश इस अवसर पर पशुपालन आयुक्त ने संबंधित अधिकारियों को दिए.
जिलाधिकारी कार्यालय में लम्पी स्किन डिजीज के संबंध में समीक्षा बैठक ली गयी. इस बैठक में जिलाधिकारी नीमा अरोरा, मुख्य कार्यकारी अधिकारी सौरभ कटियार, निवासी उप जिलाधिकारी संजय खड़से, जिला पशुपालन उप आयुक्त डा.जगदीश बुकतरे, जिला पशुपालन अधिकारी डा.गजानन दलवी, सहायक आयुक्त डा.तुषार बावणे, डा.राठोड़ आदि उपस्थित थे.
इस समीक्षा बैठक के बाद, पशुपालन आयुक्त सचिन्द्र प्रताप सिंह ने अकोट तहसील में छोटे पशु चिकित्सालय का दौरा किया और तहसील में लम्पी स्किन डिजीज के खिलाफ किए गए उपायों की समीक्षा की. इस अवसर पर बताया गया कि अकोट तहसील में 7,193 पशुओं का टीकाकरण किया गया है और 274 गौशालाओं में छिड़काव किया गया है. उसके बाद उन्होंने शिवपुर (कासोद) और जीतापुर रूपागढ़ इन गांवों का दौरा किया और चरवाहों से बातचीत की तथा उनका मार्गदर्शन किया.