महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार ने पहली बार अपने चाचा शरद पवार पर सीधा हमला बोला है. अजित पवार ने कहा कि आपकी उम्र ज्यादा हो चुकी है. आप 80 साल के हो चुके हैं, आप कहीं पर रुकेंगे या नहीं. या फिर आप राजनीति से चिपके रहेंगे. घरों में लोग 60 साल के बाद रिटायर्ड हो जाते हैं. अगली पीढ़ी को मौका देते हैं. बड़े बुजुर्ग आशीर्वाद देने का काम करते हैं, लेकिन आप ऐसा क्यों नहीं करते हैं.
अजित पवार ने अपने चाचा शरद पवार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि आपने इस्तीफे की पेशकश करके फिर से यू-टर्न ले लिया. जब आपने इस्तीफा दिया तो आप अपने फैसले पर कायम क्यों नहीं रहे. आपने तो कमेटी बनाकर अपना फैसला वापस ले लिया. अजित ने आगे कहा कि अगर सुप्रिया सुले भी अध्यक्ष बनती तो भी मुझे कोई परेशानी नहीं थी, लेकिन आपने के मन से तो सत्ता और राजनीति खत्म होने वाली नहीं है.
शिंदे गुट में शामिल हुए अजित पवार
बता दें कि 2 जुलाई को अजित पवार ने NCP से बगावत कर अपने 8 विधायकों के साथ एनडीए में शामिल हो गए थे. इतना ही नहीं, अजित पवार समेत 9 विधायकों ने आनन फानन में मंत्री पद की शपथ भी ले ली थी. राज्यपाल रमेश बैस ने अजित पवार को उप मुख्यमंत्री पद की शपथ भी दिलाई थी. साथ ही अजित पवार गुट ने 40 विधायकों के साथ होने का दावा भी किया था. वहीं, शरद पवार ने कहा था कि एनसीपी उनकी पार्टी है.. इसपर अजित पवार का कोई अधिकार नहीं है.
अजित बनाम शरद पवार के बीच खींचतान
बता दें कि अजित पवार की ओर से बुलाई गई बैठक में बुधवार को 30 विधायक शामिल हुए थे. वहीं, वाईबी सेंटर में शरद पवार की अगुवाई में हुई बैठक में सिर्फ 6 विधायकों ने हिस्सा लिया. अजित गुट का दावा है कि उनके पास 40 विधायकों का समर्थन है. वहीं, शरद पवार का कहना है कि असली पार्टी का नेता वह खुद हैं. वहीं, अजित पवार एनसीपी पर दावा ठोक रहे हैं. अजित पवार ने NCP को लेकर चुनाव आयोग का भी दरवाजा खटखटाया है.