CM उद्धव ठाकरे से मिलने पहुंचे अजित पवार , क्या अब खत्म होगी विधायकों की नाराज़गी
शिवसेना ने अपने दो उम्मीदवार संजय राउत और संजय पवार को मैदान में उतारा है,
मुंबई. महाराष्ट्र में राज्यसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मी तेज़ हो गई है. 10 जून को चुनाव होने हैं, ऐसे में महा विकास आघाड़ी ने विधायकों को अपने पाले में लाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी है. लेकिन इसके बावजूद कहा जा रहा है कि गठबंधन के कई विधायक मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से नाराज़ चल रहे हैं. ऐसे में इन्हें मनाने के लिए उप मुख्यमंत्री अजित पवार इस वक्त मख्यमंत्री ठाकरे से मुलाकात करने के लिए उनके घर पर पहुंचे हैं. पवार के साथ दिलीप वलसे भी गए हैं.
कहा जा रहा है कि कई छोटी पार्टी के विधायक और निर्दलीय MLA उद्धव सरकार से नाराज हैं. ऐसे में इस बैठक के दौरान उनको मनाने की रणनीति पर चर्चा होगी. समाजवादी पार्टी के विधायक अबु आज़मी भी मुख्यमंत्री से मुलाकात करेंगे.
विधायकों से मिले ठाकरे
इससे पहले मंगलवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और एनसीपी के अध्यक्ष शरद पवार ने विधायकों से मुलाकात की थी. इस दौरान कांग्रेस के पर्यवेक्षक मल्लिकार्जुन खड़गे और एचके पाटिल भी थे. लेकिन इस दौरान गठबंधन के कुछ छोटे दल मौजूद नहीं थे. कहा जा रहा है कि इन दलों के विधायक नाराज़ चल रहे हैं. इनका समर्थन चुनाव में काफी निर्णायक साबित हो सकता है. सर्मथन न मिलने पर शिवसेना की हार हो सकती है.
शिवसेना का आरोप
शिवसेना ने भाजपा पर खरीद-फरोख्त करने और स्वतंत्र विधायकों पर दबाव बनाने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल करने का भी आरोप लगाया है. शिवसेना नेता अनिल देसाई ने कहा, 'मुख्यमंत्री ने हमारी पार्टी का समर्थन करने वाले शिवसेना के विधायकों के अलावा निर्दलीय और छोटे दलों के विधायकों से मुलाकात की.
29 विधायकों पर नज़र
चुनाव से पहले मौजूदा समीकरण पर नजर डालें तो शिवसेना के पास 55 विधायक हैं. जबकि कांग्रेस और NCP के पास 44 एमएलए हैं. मंगलवार की बैठक में शिवसेना, कांग्रेस, एनसीपी और कुछ निर्दलीय विधायक मौजूद थे. समाजवादी पार्टी और बहुजन विकास अघाड़ी के विधायक इसमें नहीं पहुंचे थे. विधानसभा में छोटे दलों और निर्दलीय विधायको की कुल संख्या 29 है.