AGMARK लाइसेंस के लिए 1 लाख रिश्वत मांगने का आरोप, DMI के 2 अधिकारी जांच के घेरे में
Mumbai मुंबई: सीबीआई ने विपणन एवं निरीक्षण निदेशालय (डीएमआई) के दो अधिकारियों के खिलाफ जांच शुरू की है। इन अधिकारियों पर एगमार्क लाइसेंस जारी करने के लिए एक व्यक्ति से कथित तौर पर रिश्वत मांगने का आरोप है। एजेंसी के सूत्रों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। डीएमआई कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के तहत कृषि, सहकारिता एवं किसान कल्याण विभाग का एक संलग्न कार्यालय है। इसकी स्थापना कृषि एवं अन्य संबद्ध उत्पादों के विपणन के एकीकृत विकास के लिए कृषि विपणन नीतियों एवं कार्यक्रमों को लागू करने के लिए की गई थी।
सीबीआई के अनुसार, 30 अगस्त को ठाणे के एक निवासी से वरिष्ठ विपणन अधिकारी विशाल तलवाड़कर और विपणन अधिकारी गुलजार सोनवाने के खिलाफ एगमार्क लाइसेंस जारी करने के लिए कथित तौर पर एक लाख रुपये मांगने की शिकायत मिली थी। सीबीआई के एक अधिकारी ने कहा, "आरोपों की सावधानीपूर्वक जांच की गई, जिसमें पता चला कि बातचीत के बाद तलवाड़कर ने शिकायतकर्ता से एक लाख रुपये की रिश्वत लेने पर सहमति जताई थी। इससे तलवाड़कर द्वारा की गई मांग और अनुचित लाभ मांगने एवं स्वीकार करने के लिए विशाल तलवाड़कर एवं सोनवाने के बीच हुए समझौते की पुष्टि होती है।"