मुंबई : अनंत चतुर्दशी के दिन मुंबई के गिरगांव चौपाटी पर बनाये गए पुलिस कंट्रोल रूम चौपाटी से लापता हुए 22 बच्चों (22 children) को उनके परिवार से मिलाया गया है। पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक बच्चों को मोबाइल देकर उनके परिवार वालों का नंबर डायल करवाकर उन्हें मिलवाया गया है। इसके अलावा एक बच्चे को गणपति पंडाल की पहचान से उसके परिवार वालों से मिलवाया है।
गुरुवार के दिन विसर्जन के लिए गिरगांव चौपाटी पर लाखों की संख्या में लोगों की भीड़ गणपति विसर्जन को देखेने के लिए उमड़ती है। इनमें से ज्यादातर ऐसे लोग होते हैं जो बप्पा के विसर्जन के लिए चौपटियों पर पहुंचते हैं। उनमे से ही ये बच्चे थे जो अपने परिवार से बिछड़ गए थे। पुलिस ने कुल 22 बच्चों को उनके परिवार से मिलवाया है। जिन बच्चों को परिवारवालों से मिलवाया गया है उनमें 7 से 14 वर्ष तक के बच्चे शामिल हैं। एएसआई साठे और हेड कॉन्स्टेबल दीपाली कंदलकर ने रात भर बच्चों को ढूंढकर उनके परिवारवालों से मिलवाया है।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक नागपाड़ा इलाके में रहनेवाले एक 7 साल के बच्चे को उसके परिवार से मिलाने के लिए काफी मशक्कत झेलनी पड़ी। पुलिस ने बच्चे को पहले मोबाइल दिया ताकि वह अपने घरवालों के नंम्बर डायल कर सके लेकिन उसे सिर्फ शुरुवात का नंबर याद था। बाद के नंबर वह भूल गया था। रात ज्यादा होने के चलते उसे सुला दिया गया। फिर सुबह उठने के बाद वह उसके परिवारवालों की पहचान बताते हुए कहा कि वह नागपाड़ा इलाके में एक गणपति का मंडप है, उसीके पास वह रहता है। जिसके आधार पर दोनों पुलिसकर्मियों ने उसके परिवार का पता लगाया और फिर उसे परिवार से मिलवा दिया गया।