Gadchiroli गढ़चिरौली: महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले में बुधवार को दो कट्टर महिला माओवादियों ने सुरक्षा बलों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। इन दोनों पर सामूहिक रूप से 10 लाख रुपये का इनाम घोषित है और इन पर 50 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं। पुलिस ने यह जानकारी दी। जिला पुलिस अधीक्षक (एसपी) के कार्यालय की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में बताया गया कि शामला पुडो उर्फ लीला (36) और काजल वडे उर्फ लिम्मी (24) ने गढ़चिरौली पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। विज्ञप्ति के अनुसार पुडो माओवादी संगठन में "सेक्शन कमांडर" के रूप में काम करती थी, जबकि वडे भामरागढ़ एलओएस (स्थानीय संगठन दस्ते) की सदस्य थी। दोनों पूर्वी महाराष्ट्र के नक्सल प्रभावित जिले गढ़चिरौली के निवासी हैं। पुडो के खिलाफ 45 आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ से संबंधित 21 और आगजनी की घटनाओं से संबंधित आधा दर्जन मामले शामिल हैं। विज्ञप्ति में कहा गया है कि वड्डे के खिलाफ आठ मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें से चार गोलीबारी और एक आगजनी से संबंधित हैं।
इसमें कहा गया है कि उन पर कुल 10 लाख रुपये का इनाम था।पुलिस ने बताया कि आत्मसमर्पण करने के बाद पुडो को 5.5 लाख रुपये और वड्डे को 4.5 लाख रुपये मिलेंगे, जो पुनर्वास के लिए केंद्र और महाराष्ट्र सरकार द्वारा उन पर घोषित इनाम राशि है।
2022 से अब तक गढ़चिरौली पुलिस के सामने 46 कट्टर माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया है। उन्होंने कहा कि ऐसा पुलिस द्वारा चलाए गए गहन माओवादी विरोधी अभियानों और राज्य सरकार द्वारा नक्सलियों को हिंसा का रास्ता छोड़ने और सम्मानजनक जीवन जीने का अवसर प्रदान करने के कारण हुआ है।अकेले 2025 के पहले सप्ताह में, 13 माओवादी कैडरों ने अधिकारियों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस ने कहा कि इनमें से 11 वरिष्ठ कैडरों ने 1 जनवरी को मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। गृह मंत्रालय का कार्यभार संभाल रहे फडणवीस ने नए साल के दिन विदर्भ क्षेत्र के गढ़चिरौली का दौरा किया और कहा कि विकास के लिए यह जिला उनकी सरकार की प्राथमिकता सूची में है।यात्रा के दौरान, सीएम ने जिले में 32 किलोमीटर लंबी गट्टा-गरदेवाडा-वांगेतुरी सड़क और वांगेतुरी-गरदेवाडा-गट्टा-अहेरी मार्ग पर महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (एमएसआरटीसी) की बस सेवा का उद्घाटन किया।