ठाणे के अस्पताल में 48 घंटे में 18 मौतें, जांच समिति गठित

Update: 2023-08-13 13:21 GMT
महाराष्ट्र में ठाणे जिले के कलवा स्थित छत्रपति शिवाजी महाराज अस्पताल में पिछले 48 घंटों में 18 मौतें दर्ज की गई हैं। इसके बाद से स्वास्थ्य विभाग में अफरातफरी का माहौल है। निगमायुक्त अभिजीत बांगर ने बताया कि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने स्थिति के बारे में जानकारी ली और एक स्वतंत्र जांच समिति के गठन का आदेश दिया है। समिति की अध्यक्षता स्वास्थ्य सेवा आयुक्त करेंगे। समिति में कलेक्टर, निगम प्रमुख, स्वास्थ्य सेवाओं के निदेशक और सिविक सर्जन समेत अन्य शामिल होंगे।
उन्होंने बताया कि मृतकों में 10 महिलाएं और आठ पुरुष शामिल हैं। इनमें से छह ठाणे शहर, चार कल्याण, तीन शाहपुर, एक-एक भिवंडी, उल्हासनगर और गोवंडी (मुंबई) से हैं। एक मरीज की पहचान अभी नहीं हो पाई है। मृतकों में 12 की उम्र 50 वर्ष से अधिक थी। इनमें से कुछ पहले से ही क्रोनिक किडनी रोग, निमोनिया, हृदय रोग, दीर्घकालिक फेफड़े के रोग, केरोसिन विषाक्तता, सड़क दुर्घटना और अन्य बीमारियों का इलाज करा रहे थे।
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने मुझसे चर्चा की है, मैंने उन्हें इस बारे में जानकारी दी। मैंने इस बारे में मुख्यमंत्री जी को पूरी जानकारी दे दी है। इस घटना की निष्पक्ष जांच के लिए एक समिति का गठन किया जाएगा, ताकि यह पता लगाया जा सके कि मरीजों को उचित उपचार मिला या नहीं। महाराष्ट्र के मंत्री दीपक केसरकर ने कहा कि हमारी संवेदनाएं परिवारों के साथ हैं। अगर कोई लापरवाही पाई गई तो कार्रवाई होगी। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने मुआवजा दिए जाने की बात कही।
पुलिस ने क्या कहा?
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि ठाणे शहर के कलवा में छत्रपति शिवाजी महाराज अस्पताल को नगर निकाय संचालित करता है। यहां पिछले 24 घंटों में 18 मरीजों की मौत हुई है। अस्पताल प्रबंधन ने मरीजों की गंभीर स्वास्थ्य स्थिति के साथ-साथ उम्र को भी इसका कारण बताया है। अस्पताल के डीन को इस मामले में दो दिन में रिपोर्ट देने को कहा गया है।
अस्पताल में पुलिस की तैनाती बढ़ा दी गई
मामले में पुलिस उपायुक्त गणेश गावड़े ने बताया कि हमें पिछले 24 घंटों में 18 मौतों की जानकारी मिली है। हमें बताया गया है कि रोज का औसतन आंकड़ा करीब छह या सात है। अस्पताल प्रबंधन ने हमें बताया कि कुछ मरीज गंभीर अवस्था में यहां पहुंचे। इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। कुछ बुजुर्ग थे। इसके बाद से ही अस्पताल में पुलिस की तैनाती बढ़ा दी गई है।
18 मरीजों में से 13 आईसीयू में थे
इससे पहले मंत्री ने पुणे में कहा कि 18 मरीजों में से 13 आईसीयू में थे। कुछ दिन पहले अस्पताल में पांच मरीजों की मौत हो गई थी। राज्य सरकार ने डीन से दो दिन में रिपोर्ट देने को कहा है। रिपोर्ट के अनुसार कार्रवाई की जाएगी। यह अस्पताल राज्य चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग के अंतर्गत आता है। इसके मंत्री हसन मुशरिफ अस्पताल पहुंच गए हैं और वह मामले को देख रहे हैं।
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