भोपाल (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश के रीवा जिले से क्रूरता का एक और वीडियो सामने आया है। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में दिखाया गया है कि एक व्यक्ति को अर्धनग्न करके लाठियों से पीटा गया और उसे मुंह से जूते उठाने के लिए मजबूर किया गया।
पुलिस ने वायरल वीडियो की सत्यता की जांच करने का दावा किया और कहा कि यह दो साल पुरानी घटना है। आरोपी जवाहर सिंह गोंड आदिवासी समुदाय से है और हनुमना तहसील में एक सरकारी कर्मचारी है। आरोपियों ने न सिर्फ अमानवीय कृत्य को अंजाम दिया, बल्कि उसका वीडियो भी बना लिया।
पीड़ित आरोपी को जानता है क्योंकि दोनों एक ही गांव के हैं। उसके पास भी वीडियो था। लेकिन, शर्मिंदगी की डर से उसने किसी को नहीं बताया। वायरल वीडियो में दिख रहा है कि आरोपी, युवक को अर्धनग्न कर डंडे से पीट रहा है। उसने उसे लगातार कई बार मुक्का भी मारा, जिससे पीड़ित घायल हो गया था।
सीधी में पेशाब करने का मामला सामने आने और आरोपी प्रवेश शुक्ला को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) लगाकर जेल भेजे जाने के बाद कई लोगों ने पीड़ित को कुछ दिन पहले वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट करने के लिए मना लिया। इसके बाद हनुमना थाने में शिकायत दर्ज कराई गई।
पुलिस ने कहा कि 35 वर्षीय पीड़ित, आरोपी का पिकअप वाहन चलाता था। पीड़ित ने आरोपी के पड़ोस में जमीन खरीदी थी, जिस पर आरोपी ने अवैध कब्जा कर लिया था।
हनुमना पुलिस थाना प्रभारी चेतन मर्सकोले ने सोमवार को आईएएनएस को बताया कि आरोपी जवाहर सिंह को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया गया। उस पर आईपीसी और आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। पीड़ित पिछले कुछ वर्षों से आरोपी के लिए ड्राइवर के रूप में काम कर रहा था और उनके बीच जमीन को लेकर भी विवाद था।
सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि 55 वर्षीय आरोपी जवाहर सिंह गोंड हनुमना के एक सरकारी स्कूल में सरकारी कर्मचारी है और उसकी पत्नी गांव की सरपंच है।