भोपाल, (आईएएनएस)| मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि श्रेय मिले न मिले, अपना श्रेष्ठम देना बंद न करें। व्यक्ति अपने प्रण निरंतर प्रयास से सब कुछ प्राप्त कर सकता है। श्रीमदभगवत् गीता और स्वामी विवेकानंद हमारे लिए प्रेरणा के मुख्य स्रोत रहे हैं। स्वामी विवेकानंद के विचार 'व्यक्ति ईश्वर का अंश और अमर शक्तियों का भंडार है' हमें उमंग और उत्साह से भरते हैं। मुख्यमंत्री चौहान ने कुशाभाऊ ठाकरे सभागार में एक मीडिया समूह के 'प्राइड ऑफ मध्यप्रदेश-2022' कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, "प्रदेश में समाज-सेवा, शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, लघु उद्योग, अधो-संरचना विकास आदि क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान देने वाले प्रदेश के 41 प्रतिभागियों को सम्मानित किया।"
मुख्यमंत्री चौहान ने सम्मानित प्रतिभागियों से कहा कि आपका योगदान प्रदेशवासियों और राज्य की प्रगति एवं विकास में सहायक है। आपके द्वारा अर्जित उपलब्धियां प्रदेश के लिए गर्व और गौरव का विषय है। गांव, कस्बों और छोटे शहरों से संबंध रखने वाले आप जैसे लोगों के आगे बढ़ने से ही प्रदेश आगे बढ़ेगा।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश ने विश्व में अपनी विशेष छवि बनाई है। आज दुनिया की कोई ताकत भारत को अनदेखा नहीं कर सकती। भारत को जी-20 की अध्यक्षता करने का अद्भुत अवसर मिला है। इस सम्मेलन की कुछ बैठकें मध्यप्रदेश में भी होंगी। प्रदेश में प्रवासी भारतीय सम्मेलन और ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट भी जनवरी -2023 में होने जा रहा है। प्रदेश के लिए वैश्विक स्तर पर अपनी छाप छोड़ने और भविष्य का पथ निर्धारित करने का यह महत्वपूर्ण अवसर है। राज्य सरकार इन अवसरों का श्रेष्ठतम उपयोग करने के लिए प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कार्यक्रम में सागर, उज्जैन, छतरपुर, खंडवा, महू, नर्मदापुरम, खरगौन, मंदसौर, विदिशा, बुरहानपुर, ग्वालियर, रतलाम, झाबुआ और जावरा के प्रतिभागियों को अवार्ड से सम्मानित किया।
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