पिता ने पढ़ाई के लिए मना किया तो यूपी से किशोरी भोपाल पहुंची

Update: 2023-05-12 07:34 GMT

भोपाल न्यूज़: यूपी की एक 16 वर्षीय किशोरी अपने पिता के नाराज होकर भोपाल आ पहुंची. बच्ची की जिद थी कि वो आगे पढ़ना चाहती है लेकिन उसके पिता तैयार नहीं है. अगर वो घर लौट गई तो उसका सपना अधूरा रह जाएगा. अमूमन ऐसे बच्चों को घर तक पहुंचाने के लिए उनकी काउंसलिंग होती है. लेकिन इस मामले में पिता की काउंसलिंग हुई. उन्हें समझाया गया कि बेटी बुलिंग का शिकार है और उसकी पढ़ाई ना छुड़वाएं. काउंसलिंग के बाद पिता मान गया.

यह है मामला: रेलवे चाइल्ड लाइन कोऑर्डिनेटर संजीव जोशी ने बताया कि स्टेशन पर काम करने वाली एक महिला ने किशोरी के प्लेटफॉर्म पर अकेले होने की सूचना दी. टीम ने बात की तो किशोरी ने कहा कि वह उत्तर प्रदेश अपने घर तभी जाएगी जब उसका परिवार उसे पढ़ाई करने दे. किशोरी की पिता की कांउसलिंग हुई तो उन्होंने कहा कि बेटी को किसी अनजान लड़के से बात करते सुना था. बदनामी के डर से पढ़ाई छोड़ने की बात कही थी और किशोरी पर हाथ भी उठाया.

बच्चों के मुड़े पैर के इलाज की डॉक्टरों को दी जाएगी ट्रेनिंग: एम्स भोपाल के ऑर्थोपेडिक्स विभाग आइओए - पीडियाट्रिक ऑर्थो ट्रॉमा सीएमई और पोंसेटी कास्टिंग तकनीक कार्यशाला का आयोजन होने जा रहा है. इसमें भाग लेने वाले मेडिकल के पीजी स्टूडेंट्स को छोटे बच्चों के अंदर की तरफ मुड़े पैरों के इलाज के लिए जरूरी ट्रेनिंग दी जाएगी. यह ट्रेनिंग बाल चिकित्सा आर्थोपेडिक्स उप-समिति, इंडियन ऑर्थोपेडिक एसोसिएशन और एमपी चैप्टर आइओए के तत्वावधान में भोपाल ऑर्थोपेडिक सर्जन सोसाइटी के सहयोग से आयोजित हो रहा हे. इसमें एम्स के कार्यपालक निदेशक डॉ. अजय सिंह, अध्यक्ष के रूप में डॉ. संदीप पटवर्धन और डॉ. तरल नागदा सलाहकार के रूप में शामिल रहेंगे. प्रतिभागियों को आइओए - बाल चिकित्सा ऑर्थो ट्रॉमा सीएमई और पोंसेटी कास्टिंग तकनीक कार्यशाला में भाग लेने के लिए एम्स की साइट पर जानकारी दी गई है.

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