जिम्मेदारों के ध्यान नहीं देने से मवेशियों की समस्या से निजात नहीं मिल रही है। वर्षा शुरु होते ही कि सानों ने अपने खेतों में खरीफ फसलों की बोवनी कर दी है। बोवनी के बाद कि सानों ने खेतों में लहलहाती फसलों को मवेशियों से बचाने के लिए मवेशियों को शहरों, कस्बों की तरफ खदेड़ा जा रहा है। वर्षा में बेसहारा मवेशी शहरों, कस्बों में मुख्य सड़क पर बैठ रहे हैं। सड़क पर बैठे मवेशियों से वाहन चालकों को भारी खतरा है। इन मवेशियों के कारण कभी भी गंभीर हादसा हो सकता है। रात के समय दोपहिया वाहन चालकों को सबसे अधिक परेशानी होती है। रात को सड़क पर बैठे मवेशियों से टकराकर वाहन चालक घायल हो रहे हैं। वहीं कई बार भारी वाहन की चपेट में आने से मवेशियों की भी मौत हो जाती है। इसके बाद भी प्रशासन द्वारा इन मवेशियों की समस्या से निपटने के लिए पुख्ता इंतजाम नहीं है।
निकलते हैं हजारों वाहन
चोपाटी चौराहा पर चारों तरफ से वाहनों का आना-जाना होता है। यहां पर 24 घंटे हजारों की संख्या में वाहनों का आना जाना होता है। यहां से इंदौर-भोपाल, विदिशा, अशोकनगर, कानपुर, झांसी, लखनऊ, ग्वालियर, चंदेरी आदि स्थानों को जाने वाले वाहन निकलते हैं। क्षेत्र से गुजरे हाईवे, स्टेट हाईवे पर स्थित गांव, कस्बों, शहरों पर मुख्य सड़क पर दिन-रात बेसहारा मवेशी बैठे रहते हैं। इन मवेशियों के कारण वाहन चालकों को भारी परेशानी होती है।
त्योहार का समय फिर भी सड़कों पर घूम रहे मवेशी
शहर की मुख्य सड़कों आम रास्तों पर असहाय मवेशियों का जमावड़ा लगा रहने से वाहन चालकों सहित राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। इससे हमेशा दुर्घटनाओं का अंदेशा रहता है। वर्तमान में त्योहार का समय है और राखी की खरीददारी के लिए बाजारों में लोगों की भीड़ भी बढ़ने लगी है। फिर भी सड़कों पर जगह-जगह असहाय मवेशी घूम रहे हैं, तो कहीं झुंड में बैठे दिख जाएंगे, जो बाजार में भीड़ होने के कारण कभी-भी हादसों का कारण बन सकते हैं। हालांकि त्योहार के दौरान भीड़ को देखते हुए नगरपालिका द्वारा इन मवेशियों को पकड़ने का अभियान कभी कभार चलाया गया था। नपा का यह अभियान के वल औपचारिकता बनकर रह गया है
यहां रहता है मेवशी का डेरा
इंदौर-भोपाल हाईवे शहर के सबसे व्यस्ततम मार्ग व बाजार कन्नौद रोड, बुधवारा मार्ग, जनपद चौराहा, बाजार क्षेत्र में कहीं झुंड बनाकर बैठे तो कहीं घूमते हुए दिख जाएंगे। नपा को चाहिए कि वह इस क्षेत्र में निरंतर अभियान चलाकर मवेशियों को गोशालाओं में छोड़े ताकि फिर से वे सड़कों पर न आ सके ।गोवंश के साथ ही पशु पालकों की बकरियां भी सड़कों पर घूमते हुए दिख जाएंगी। अक्सर विवाद व हादसों का कारण बनती है। नपा को इस तरफ भी ध्यान देना चाहिए।